IAS-IPS अधिकारियों के काले धन को अपने बिजनेस में इन्वेस्ट करता था गब्बू सिंह, इनकम टैक्स की जांच में खुलासा

ठेकादार गब्बू सिंह के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड अभी भी जारी है. (फाइल फोटो-ANI)

ठेकादार गब्बू सिंह के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड अभी भी जारी है

पटना. बिहार के बड़े होटल कारोबारी और ठेकेदार गब्बू सिंह से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि गब्बू सिंह बिहार के कई वरिष्ठ आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) अधिकारियों के काले धन को वर्षों से अपने बिजनेस में इन्वेस्ट करता आ रहा है. इन लोगों को वह अपने बिजनेस का मुनाफा भी देता रहा है. सूत्रों के अनुसार इनमें से कुछ अधिकारी रिटायर्ड हो चुके हैं वहीं कुछ अभी भी सेवा में हैं.

जानकारी के अनुसार अब इनकम टैक्स ऐसे अधिकारियो के संदर्भ में मिले इनपुट को खंगाल रही है. जल्द ही संबंधित अधिकारियों को इनकम टैक्स की ओर से नोटिस भेजा जाएगा. जानकारी के मुताबिक कई ऐसे अधिकारी है, जिनका काला धन इनके यहां से सफेद करने का सबूत इनकम टैक्स को मिला है. बता दें, यह जांच का मामला सिर्फ बिहार से नहीं है. बल्कि जैसे-जैसे कागजात इनकम टैक्स मिल रहा है उससे जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है.

मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच में अब ईडी (ED) भी इन्वॉल्व होगी. इनकम टैक्स सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले की जांच कई राज्यों तक जा सकती है. दरअसल जांच के दौरान पैसे के लेनदेन का भी मामला सामने आया है. ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले की जांच जल्द शुरू कर सकता है.

सर्च ऑपरेशन अब भी जारी 

दरअसल गब्बू सिंह के यहां शुक्रवार को इनकम टैक्स की कई टीमों ने दर्जनों ठिकानों पर दबिश दी थी. अब तकरीबन 36 घंटे खत्म होने के बावजूद भी अभी भी गब्बू सिंह के कई ठिकाने और उनसे जुड़े लोगों के यहां सर्च ऑपरेशन जारी है. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को इनकम टैक्स की टीम को गब्बू सिंह के ठिकाने से मिले कई अहम दस्तावेज के बाद जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है.

पटना के साथ-साथ NCR में भी छापेमारी 

बता दें, पटना के अलावा गब्बू सिंह की एनसीआर गाजियाबाद और नोएडा में भी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है. इसमें जमीन के प्लॉट से लेकर अपार्टमेंट तक शामिल है. इनकी खरीद में लगे पैसे के स्रोतों की जांच में भी आयकर विभाग की टीम जुटी हुई है. प्रारंभिक जांच में बड़े स्तर पर काला धन के निवेश का खुलासा हुआ है. इन संपत्तियों से जो जुड़े कागजात आयकर विभाग की टीम ने जब किए हैं उसमें काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं.