नाहन के करीब पहुंचा गजराज का काफिला, NH किनारे ठिकाना बनाने से खौफ…

नाहन, 18 सितंबर: शनिवार रात कोलर में रात्रि ठहराव के बाद रविवार शाम गजराज के काफिले के सिरमौर मुख्यालय से करीब 7-8 किलोमीटर दूर पहुंचने की खबर है।

हाथियों की संख्या 7 बताई गई है, इसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। अंतिम समाचार के मुताबिक ग्रामीणों द्वारा पटाखे फोड़कर इन्हें खदेड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन गजराज का काफिला टस से मस नहीं हो रहा।

एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली जानकारी के मुताबिक बोहलियो में मजार के ठीक सामने खेतों में गजराज ने ठिकाना बनाया हुआ है। मौके पर सैंकड़ों ग्रामीण एकत्रित होकर इन्हें भगाने का प्रयास कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शनिवार रात को हाथियों का यही काफिला कोलर में शिव मंदिर के नजदीक मौजूद था। वहां से तकरीबन 10-15 किलोमीटर का सफर तय कर रविवार शाम तक बोहलियो गांव तक पहुंच गए।

बता दें कि हिमाचल में साल के जंगल केवल पांवटा व नाहन के बीच में ही हैं। अमूमन हाथी इन्हीं पेड़ों की ओट में पैदल सफर करता है। सूरज ढलते ही सावधानी से अपना सुरक्षित ठिकाना ढूंढ लेता है।

एमबीएम न्यूज नेटवर्क से फोन पर बातचीत में ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों की टोली गांव के नजदीक होने के कारण डर बना हुआ है, लेकिन सावधानी बरती जा रही है।

कालाअंब-देहरादून हाईवे से महज 50 फुट की दूरी पर हाथियों की टोली ने ठिकाना बनाया है। एक सवाल के जवाब में ग्रामीणों ने कहा कि हालांकि इस बात की संभावना कम ही है कि ये रात के वक्त मूव करेंगे, लेकिन हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को यहां अवश्य ही सावधानी बरतनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि हाथी इस गांव से आगे बढ़ते हुए एक मर्तबा मारकंडा नदी को पार कर मोगीनंद गांव तक भी पहुंच गया था, लेकिन ऐसा पहली बार ही देखा जा रहा है, जब एक साथ पांच व्यस्क हाथी दो बच्चों के साथ इलाके में पहुंचे हैं। ग्रामीणों ने ये भी बताया कि हाथियों द्वारा लगातार धान की फसलों को चौपट किया जा रहा है।

उत्तराखंड से हिमाचल में हाथियों के आने का सिलसिला करीब 15 साल पुराना है। सबसे पहले एक हाथी ही दाखिल हुआ था, इसके बाद सिलसिला जारी रहा लेकिन इस बार तो संख्या 7 तक पहुंच गई है। तकरीबन 13 साल पहले बोहलियो के नजदीक शंभूवाला में भी एक हाथी ने मारकंडा नदी के किनारे पापुलर के पेड़ों की ओट में रात्रि ठहराव किया था।

उधर, सतीवाला पंचायत के पूर्व उप प्रधान संजीव ठाकुर ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत मे कहा कि पूरी सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि हाथियों को खदेड़ने का प्रयास जारी है। उन्होंने प्रशासन से भी मदद की गुहार लगाई है।