Gandhi Jayanti 2022: निबंध लेखन प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Gandhi Jayanti 2022: हर साल 2 अक्टूबर को पूरा देश महात्मा गांधी की जयंती (Gandhi Jayanti) मनाता है। इस खास मौके पर देशभर के लगभग सभी शैक्षिक संस्थानों में तरह-तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। उन्ही प्रतियोगिताओं में से एक है निबंध लेखन प्रतियोगिता। निबंध लेखन प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे निबंध में आसान शब्दों का प्रयोग करना चाहिए और भाषा को भी सरल रखने का प्रयास करना चाहिए। आइए यहां निबंध (Gandhi Jayanti 2022) का एक नमूना देख लेते हैं जिसकी मदद से आप प्रतियोगिता में 10 लाइन का एक निबंध (Essay Writing On Gandhi Jayanti) लिख सकते हैं।
1- हर साल देश में 2 अक्टूबर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गांधी जयंती मनाई जाती है। उन्हें देश का राष्ट्रपिता (Father Of The Nation) कहा जाता है और बापू के नाम से भी बुलाया जाता है।
2- महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए देश को आजादी दिलाई और सभी और सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
3- हालांकि आजादी का ये सफर बापू के लिए आसान नहीं था। उन्हें लड़ाई लड़ते हुए कई बार जेल जाना पड़ा और अनशन भी करना पड़ा। लेकिन उनकी प्रतिज्ञा अटल थी।
4- गांधी जयंती के दिन राजघाट के समाधि स्थल को फूलों से सजाया जाता है और देश के राष्ट्रपिता को याद किया जाता है। साथ ही समाधि पर सुबह के समय धार्मिक प्रार्थना भी रखी जाती है।
5- महात्मा गांधी के जन्मदिवस के दिन बापू की याद में रघुपति राघव राजा राम गीत भी गाया जाता है।
6- सभी स्कूलों और अन्य शैक्षिक संस्थानों में निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता आदि आयोजित की जाती है। साथ ही इन प्रतियोगिताओं में विजयी होने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाता है।
7- गांधी केवल युवाओं के लिए ही प्रेरणास्त्रोत नहीं बल्कि नेताओं के लिए भी प्रेरणा देने का कार्य करते हैं। दुनिया भर के बड़े नेता जैसे मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला, जेम्स लॉसन आदि महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित हुए थे।
8- गांधी जी ने अपने विचारों और अपने जीवन को शब्दों के माध्यम से उकेरा और किताबें लिखीं।
9- उन्होंने समाज में व्याप्त बुराइयों जैसे छुआछूत और लिंग भेद के लिए खिलाफ हमेशा आवाज उठाई। गांधी चाहते थे कि भारत में एक समाज का निर्माण हो जहां सभी लोग बराबर हो और किसी के बीच मतभेद न हो।
10- गांधी जी के विचारों को अपनाकर हम अपने भविष्य को संवार सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस खास दिन पर हमें यह शपथ लेनी चाहिए कि उनके विचारों को हम अपने जीवन में उतार कर सफलता प्राप्त करें।