मां और छह साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म: हैवानियत के जख्म देख रो पडे़ मासूम का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर, पुलिस खाली हाथ
रुड़की में मां-बेटी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। सिर्फ इतना पता चला है कि कार में चार युवक सवार थे जिन पर वारदात को अंजाम देने का आरोप है। इस मामले में लोकेशन मिलने के बाद दी गई दबिश में नामजद आरोपी सोनू नहीं मिला। पुलिस अब उस पर इनाम घोषित करने की तैयारी में है। शुक्रवार देर रात कलियर क्षेत्र में कार सवार लोगों ने एक महिला और उसकी छह साल की मासूम बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपी दोनों को गंगनहर किनारे फेंककर फरार हो गए थे। यहां से किसी तरह दोनों कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने रुड़की निवासी सोनू समेत तीन-चार अज्ञात कार सवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। बच्ची को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल रुड़की में भर्ती कराया गया। रात में ही चिकित्सकों ने एक सर्जरी की। दूसरी सर्जरी अगले दिन की गई। बच्ची की हालत में अब सुधार बताया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को महिला के बयान दर्ज किए।
गंगनहर पटरी पर हुई इस बेहद सनसनीखेज वारदात के खुलासे के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। घटनास्थल के पास सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के जरिए रात 11 से एक बजे तक गंगनहर पटरी से गुजरे सभी वाहनों को ट्रेस किया जा रहा है।
साथ ही क्षेत्र में सक्रिय मोबाइल नंबरों की डिटेल भी खंगाली जा रही है। वहीं कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। साथ ही चार टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
पुलिस पूरी सक्रियता के तहत जांच में जुटी है। कई संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। सोनू निवासी रुड़की के खिलाफ इनाम घोषित करने की तैयारी चल रही है। सूचना देने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।– प्रमेंद्र डोबाल,एसपी देहात
डॉक्टरों की गहन निगरानी में है बच्ची छह साल की बच्ची का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत में सुधार हो रहा है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि बच्ची को डॉक्टर की गहन निगरानी में रखा गया है।
साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि बच्ची के इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी न हो। वहीं बच्ची की मां की तबीयत ठीक है। बच्ची की देखभाल के लिहाज से मां को भी अस्पताल में रखा गया है।
इससे पहले सिविल अस्पताल में शुक्रवार रात बच्ची को देख डॉक्टरों की टीम ने तुरंत उपचार शुरू कर दिया था। करीब तीन घंटे तक सर्जरी चली थी।मासूम के साथ हुई दरिंदगी को देख डॉक्टर भी सिहर उठे। बच्ची की ऐसी हालत देख डॉक्टर भी अपने आंसू रोक नहीं पाए। उधर, बच्ची के साथ हुई घटना के बाद सिविल अस्पताल में महिला दरोगा से लेकर सिपाही की भी आंखों में आंसू छलक आए।