Gang war In Patna: बालू के लिए आरा-पटना, जानिए ‘राय प्लस’ में क्यों हो रहा बार-बार वार

Ara Patna Sand Mafiya Fight: बिहार का ‘पीला सोना’ यानी बालू को लेकर आए दिन होने वाली झड़प, वर्चस्व की लड़ाई और गुटबाजी। जिसमें बालू माफिया शामिल होते हैं। बिहटा थाना क्षेत्र का अमनाबाद बालू घाट पर ‘राय प्लस’ में भी वर्चस्व को लेकर लड़ाई है।

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पटना: बहुचर्चित बिहटा थाना क्षेत्र का अमनाबाद बालू घाट पर खूनखराबा कोई नई बात नहीं है। पूर्व में भी वर्चस्व को लेकर यह घाट गोलीबारी और हत्याओं का गवाह बन चुका है। स्थानीय माफिया नहीं चाहते हैं कि बाहर के धंधेबाज यहां आकर अपना धाक जमाएं। बाहरी कहें तो भोजपुर जिले से संबंध रखने वाले बालू माफिया शत्रुघ्न राय और बालू के धंधे में जुड़े उसके लोगों से है। दरअसल, स्थानीय माफिया अमनाबाद निवासी श्री राय नहीं चाहता है कि भोजपुर या छपरा जिले के धंधेबाज बिहटा और मनेर के इलाके में आकर बालू ले जाएं।

‘पटना के लोग ही करेंगे बालू का खनन’
श्री राय का मानना है कि राजधानी जिले से सटे सोन नदी के इस पार के बालू घाटों पर जिले के ही लोग बालू का खनन करें। उसने ऐलान भी कर रखा है कि सोन नदी के पूर्वी छोर पर स्थित तटवर्ती घाट से दूसरे जिले का कोई भी धंधेबाज बालू निकासी नहीं कर सकता, सिवाय उसके। उसके अलावा कोई भी इन घाटों से बालू निकालने का दुस्साहस करता है तो श्री राय उन धंधेबाजों के साथ कुछ भी कर गुजरेगा। अमनाबाद बालू घाट पर बीते दिनों हुई गोलीबारी और चार मौतें श्री राय की ही दिमाग की उपज है, ऐसी चर्चा है।

भोजपुर से हरवे हथियार से लैस हो आए थे धंधेबाज
जानकारी के अनुसार, घटना की रात भोजपुर जिले के कई धंधेबाज हरवे हथियार से लैस होकर अमनाबाद बालू घाट पर पहुंचे और बालू की निकासी करने लगे। इसकी भनक श्री राय को लग गई। श्री राय हथियार से लैस अपने शागिर्दों के साथ आया और चारों तरफ से शत्रुघ्न राय और उसके साथियों को घेरकर गोलियों की बरसात कर दी। धंधेबाज शत्रुघ्न राय और उसके साथियों को रात के अंधेरे में निकल भागने का मौका भी नहीं मिल सका।

प्रशासनिक अमले की निष्क्रियता ने बढ़ाई वर्चस्व की लड़ाई
एक तरफ पूरा प्रशासनिक अमला निकाय चुनाव में जुटा है तो वहीं दूसरी ओर अवैध खनन का सिलसिला भी जारी है। धंधेबाजों के इस कारनामे से खनन विभाग को हर रोज लाखो रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। ऐसा भी नहीं है कि लाल बालू खनन के इस खेल से खनन विभाग के अधिकारी अनभिज्ञ हैं, लेकिन किन परिस्थितियों की वजह से उनकी ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है यह तो वही बता सकते हैं।

खनन विभाग के अधिकारी देते हैं रटा रटाया जवाब
इस बावत खनन विभाग के अधिकारियों से बात करने पर बस रटा रटाया जवाब मिलता है कि विभाग अपनी ओर से माफियाओं और अवैध खनन को लेकर चौकस है। लेकिन उनकी चौकसी का प्रमाण बुधवार की देर रात अमनाबाद बालू घाट पर वर्चस्व को लेकर हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत दे रहा है। बहरहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।