वाराणसी, उत्तर प्रदेश से डिब्रूगढ़, असम तक जाने वाली दुनिया का सबसे लंबे रिवर क्रूज़ को 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी. 51 दिनों का सफ़र तय कर ये क्रूज़ शिप डिब्रूगढ़ पहुंचने वाली थी. गौरतलब है कि सफ़र के तीसरे दिन ही ये जहाज़ छपरा, बिहार में फंस गया. केन्द्र सरकार ने बीते सोमवार को रिपोर्ट जारी करते हुए जहाज़ के फंसने की खबरों को गलत बताया. सरकार ने कहा कि क्रूज़ शिप अपने शेड्यूल के हिसाब से ही चल रही है.
शिप के फंसने की खबरों को सरकार ने बताया गलत
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इनलैंड वॉटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IWAI) ने बीते सोमवार को जानकारी दी कि तय शेड्यूल के हिसाब से ही 16 जनवरी को शाम के 4:45 मिनट पर क्रूज़ शिप पटना, बिहार पहुंचा. IWAI के चेयरमैन, संजय बंदोपाध्याय ने कहा कि एमवी गंगा विलास अपने तय शेड्यूल के हिसाब से ही चलेगी.
IWAI ने ट्वीट के ज़रिए जानकारी दी, ‘द गंगा विलास शेड्यूल के हिसाब से पटना पहुंची. छपरा में वेसल के फंसने की खबरें सच नहीं है. ये वेसल तय शेड्यूल के हिसाब से ही अपना आगे का सफ़र तय करेगी.’
छपरा में क्रूज़ शिप के फंसने की खबरें आई थी
पहले खबरें आ रही थी कि छपरा, बिहार में जहाज़ फंस गया था. टूरिस्ट्स को चिरांद आर्कियोलॉजिकल साइट लेकर जाना था लेकिन दोरियागंज ज़िले के पास गंगा में पानी कम होने की वजह से जहाज़ फंस गया.
छपरा से 11 किलोमीटर दूर दोरियागंज बाज़ार के पास स्थित चिरांद सारन, ज़िले का सबसे महत्वपूर्ण आर्कियोलॉजिकल साइट है. पानी कम होने की वजह से क्रूज़ शिप को किनारे तक नहीं लाया जा सका. एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और टूरिस्ट्स को छोटे नावों पर चिरांद सारन पहुंचाया.
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The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, छपरा के CO सतेंद्र सिंह ने कहा, ‘घाट पर तैनात SDRF की टीम ने तुरंत एक्शन लिया. पानी कम होने की वजह से क्रूज़ को किनारे तक नहीं लाया जा सका. छोटे नाव से टूरिस्ट्स को लाने की व्यवस्था की गई.’
क्रूज़ के फंसने की खबर जब वायरल हुई तब CO सतेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ स्थानीय पत्रकारों ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया था. ANI की रिपोर्ट के अनुसार CO ने कहा, ‘स्थानीय पत्रकारों ने गलत बयान पेश किया, मैंने सिर्फ़ कहा कि NDRF नाव मौके पर एहतियात के तौर पर तैनात थी. किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं आई थी.’
क्रूज़ शिप के ऑपरेटर्स ने भी कहा कि वेसल तय शेड्यूल के अनुसार चल रही है. इस क्रूज़ शिप को नरेंद्र मोदी ने 13 जनवरी को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए हरी झंडी दिखाई थी. त्रिपल डेक क्रूज़ पर 80 टूरिस्ट्स सफ़र कर सकते हैं और इसमें 18 सूट्स हैं.