गैंगस्टर संदीप शेट्टी हत्याकांड: बहनोई की हत्या का बदला लेने के लिए साले ने रची थी ये बड़ी साजिश

नागौर पुलिस की गिरफ्त में मास्टर माइंड सुनील उर्फ पंडित और उसके साथी.

नागौर पुलिस की गिरफ्त में मास्टर माइंड सुनील उर्फ पंडित और उसके साथी.

नागौर. राजस्थान के नागौर (Nagaur) जिला मुख्यालय पर कोर्ट के बाहर दिनदहाड़े हुई हरियाणा के गैंगेस्टर संदीप बिश्नोई उर्फ संदीप शेट्टी हत्याकांड (Gangster sandeep shetty murder case) में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड सुनील उर्फ पंडित और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या करने की मुख्य वजह बदला लेने की भावना थी. बदला लेने के लिए सुनील उर्फ पंडित ने संदीप शेट्टी के दूसरे दुश्मन दीप्ती यादव के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया. पुलिस अब हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर्स की तलाश कर रही है.

नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि वर्ष 2009 में हिसार में डबल मर्डर की वारदात हुई थी. उसमें संजय कौशिक और उसके एक साथी की संदीप शेट्टी गैंग ने हत्या की कर दी थी. संजय कौशिक की हत्या के बाद उसके साले सुनील उर्फ पंडित ने यह प्रण लिया था कि वो संदीप शेट्टी की हत्या कर बदला लेगा. संजय कौशिक सुनील उर्फ पंडित का बहनोई था. इसके बाद दीप्ती गैंग ने संदीप शेट्टी के दोस्त किशोर जाट की हत्या कर दी.

दुश्मन के दुश्मन को बनाया दोस्त
इसका बदला लेने के लिए संदीप शेट्टी ने दीप्ती यादव के दोस्त संदीप गोदारा की हत्या कर दी. इन सारी घटनाओं के चलते सुनील उर्फ पंडित और दीप्ती यादव के बीच में बाद में दोस्ती हो गई. दोनों कई बरसों से संदीप शेट्टी को मारने का प्रयास कर रहे थे. इन हत्याकांड के साथ साथ कॉलेज के समय से ही संदीप शेट्टी और दीप्ती के बीच दुश्मनी थी. सुनील उर्फ पंडित पर अपने बहनोई की हत्या का बदला लेने का जूनून सवार था. पुलिस ने इस मामले में सुनील उर्फ पंडित के अलावा बाइक उपलब्ध कराने वाले संदीप लांबा और जितेंद्र को गिरफ्तार किया है.

कई बार हुई कोशिश और कई महीनों तक की रैकी
एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि संदीप शेट्टी की हत्या करने का प्लान 2015 में ही बना लिया गया था. लॉकडाउन के दौरान यह कोशिश तेज हो गई. पिछले कई महीनों से लगातार संदीप की रैकी की जा रही थी. संदीप शेट्टी जब जेल में था तब भी सुनील उर्फ पंडित और उसके साथी संदीप शेट्टी की हत्या करने की कोशिश कर रहे थे. नागौर और झुंझुनू में संदीप शेट्टी की पेशी के दौरान हत्या करने की कई बार कोशिश की गई. लेकिन तब संदीप शेट्टी पुलिस की कस्टडी में था.

संदीप पुलिस कस्टडी में होने के कारण बचता रहा
पुलिस की मौजूदगी के चलते आरोपियों ने कई बार अपने कदम पीछे खींच लिए थे. जेल में बंद रहने के दौरान संदीप शेट्टी के हार्डकोर अपराधी होने के चलते उसे कड़ी सुरक्षा के बीच ही कोर्ट में पेशी पर लाया जाता था. हर बार पुलिस की मौजूदगी के चलते यह गैंग संदीप शेट्टी की हत्या करने में कामयाब नहीं हो पाई. लेकिन 12 सितंबर को संदीप की जमानत हो गई. उसके बाद 19 सितंबर को वह नागौर कोर्ट में पेशी पर आया तब उनको मौका मिल गया. नागौर कोर्ट से बाहर निकलते ही संदीप शेट्टी की हत्या कर दी गई.

अब शूटरों की गिरफ्तारी पर फोकस
एसपी ने बताया कि मामले के मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस का फोकस शूटरों की गिरफ्तारी पर है. मामले के शूटर दीप्ती, अनिल, जोनी जुगलान और एक अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं.