2018 में बागबानों को मिले थे इटली से आयातित खराब किस्म के पौधे, अब बागबानी विभाग फ्री में बांटेंगा पौध
बागबानी विभाग बागबानों को घटिया किस्म के पौधों के बदले में नए पौधे मुफ्त में मुहैया करवाएगा। इसके लिए बागबानी विभाग ने इटली से नए पौधों को आयात किया है। दरअसल 2018 में बागबानी विभाग ने इटली से सेब के पौधे आयात किए थे। इनमें से ज्यादातर पौधे घटिया किस्म के निकले, जिसके कारण से बागबानों को नुकसान उठाना पड़ा था। ऐसे में अब बागबानी विभाग इन बागबानों को कंपनसेट करने के लिए इटली से 1.15 लाख आयात किए हैं। ये पौधे मुफ्त में उन बागबानों को प्रदान किए जाएंगे, जिन्हें घटिया किस्म के पौधे मिले थे। इटली से आयात किए गए नए पौधों को एक साल तक बागबानी विशेषज्ञों की देखरेख में पोस्ट एंट्री क्वारंटाइन के लिए रखा गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 में बागबानी विभाग ने इटली से एक निजी फर्म के जरिए सेब के करीब डेढ़ लाख पौधे आयात किए थे।
इन्हें ग्लोबल टेंडर के जरिए आयात किया गया। उस दौरान इटली से लाए गए अधिकतर पौधे निम्न क्वालिटी के निकले और बीमारियों से ग्रसित पाए गए थे। एक साल बाद इन्हें महंगे दाम पर बागबानों को दिया गया। 80 फीसदी से अधिक पौधे बागीचों में ही सूख गए थे। इससे बागबानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। कई बागबानों ने विभाग से इसकी शिकायत की। इटली से आयातित निम्न क्वालिटी के पौधों का मामला हिमाचल हाई कोर्ट भी पहुंचा। कोटगढ़ के एक प्रगतिशील बागबान ने इसे लेकर राज्य सरकार को अदालत में भी घसीटा। मामला कोर्ट में जाने के बाद सरकार और बागबानी विभाग ने हिमाचल को पौधे सप्लाई करने वाली फर्म पर दबाव डाला। शुरू में तो कंपनी रिप्लेस के लिए आनाकानी करती रही। जैसे-जैसे सरकार का दबाव बढ़ता गया, इटली की फर्म पौधे रिप्लेस को राजी हो गई। इस साल इटली से लगभग 1.15 लाख पौधे हिमाचल को पहुंच गए हैं।
अगले साल मिलेंगे पौधे
हिमाचल के बागबानी सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि जिन बागबानों के उस दौरान इटली से आयातित पौधे सूख गए थे, उनके पौधे रिप्लेस किए जाएंगे। ये पौधे अगले साल तक बागबानों को दिए जाएंगे। रिप्लेस केवल उन्हीं बागबानों के पौधे किए जाएंगे, जिन्होंने उस दौरान विभाग को खराब पौधों की सूचना दे रखी है।