लुधियाना गैस कांड के बाद वीरवार सुबह अचानक नंगल के सेंट सोल्जर स्कूल के करीब 27 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद वहां पर अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि बच्चों को कोई गैस की लीकेज से सांस लेने में दिक्कत हुई है। बच्चों को तुरंत सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। यहां पर बच्चों की हालत ठीक बताई जा रही है।
वहीं, एक बच्चे को सांस लेने में दिक्कत आने से पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया है। इसके अलावा एक टीचर को भी सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। बच्चों को चक्कर, पेट में दर्द, सांस लेने में रुकावट, की शिकायत डॉक्टरों को दर्ज करवाई है। घटना के बाद नंगल के सभी स्कूलों को छुट्टी कर दी गई। गैस लीकेज से स्कूल के बच्चों को पेट दर्द, सिर दर्द व गला दर्द की भी शिकायत आई। इसके बाद तुरंत मौके पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी पहुंच गए। कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि जहां से भी गैस लीकेज हुई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीसी डॉ.प्रीति यादव, डीसी ऊना राघव शर्मा ,ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायज़ादा, सिविल सर्जन डॉ. परमिंदर कुमार भी मौके पर पहुंचे। वही पूरे इलाके को सील करवाया गया है। इसी तरह एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची। जैसे ही ये खबर नया नंगल एरिया में फैली तो वहां पर बच्चों के परिजन भी पहुंच गए और आसपास गांवों के लोग भी एकत्र हो गए। एकदम वहां पर हालात अफरा-तफरी वाले बन गए। वहीं मौके पर एकत्रित परिजनों व आसपास के लोग इस दुर्घटना के बाद कंपनियों के प्रबंधन के खिलाफ रोष में नजर आए। उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करके कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं, स्कूल के नजदीक दो फैक्टरी हैं,जिनमें पीएसीएल तथा एनएफएल शामिल है। लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि गैस कहां से लीकेज हुई है, और कौन सी गैस लीकेज हुई है। इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा स्कूल के आसपास का इलाका सील कर दिया गया। अब यहां पर सवाल ये है कि आखिर गैस कहा से लीकेज हुई और कौन सी गैस थी। जबकि दोनों फैक्टरियों के अधिकारियों ने इस बात से अपना पल्ला झाड़ दिया है कि ये गैस हमारे यहां से लीकेज नहीं हुई है। स्कूल फैक्ट्रियों से मात्र 500 मीटर दूर है।
इन बच्चों की बिगड़ी तबियत
27 बच्चों में अरनव (13), कशिश (13), वनीत कुमार (14), याना (9), राधिका (13), बरनीत कौर (12) जैसमीन कौर (10), मन्नत (10), वंशिका राणा (12), सपना (13), सोनिया भट्ट (13), परनीत कौर (10), गुरनूर कौर (10) , जसमीन कौर (09), धरमिंदर कौर (12), प्रभजोत सिंह (14), गुरजसप्रीत सिंह (11), तानिया रानी (16), आशीष (14), अनिता (15), उज्जवल गौतम (15), सरबजीत सिंह (14), जतिन कुमार (9), गौरव कुमार (10), अशीता (50), वहीँ, रुही (17) को पीजीआई रैफर किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक रुही पहले से ही बीमार थी। वहीं महिला टीचर सोनिका पूरी को भी उनकी हालत के चलते अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
गैस लीक की कहानी बच्चों की जुबानी
वहीं, मौके पर सिविल अस्पताल में दाखिल 8वीं कक्षा का बच्चा आशीष ने बताया कि एक फैक्ट्री से गैस लीक हुई तो बच्चों को दिक्कत कई बच्चों को सांस लेने में परेशानी और कई बच्चों की छाती में दर्द और कई बच्चों को चक्कर आए। वहीं बच्चों डर के मारे रोने भी लग गए। इसी तरह 7वीं कक्षा में पड़ने वाले गुरजसप्रीत सिंह ने बताया कि गैस लीक होने के बाद मैं स्कूल में ऊपर खड़ा डयूटी दे रहा था और एक दम से मुझे गैस चढ़ गई। मेरे एक दम से रोंगटे खड़े हो गए। फिर मैने नीचे जाकर बताया था।
इसी तरह 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली राधिका ने बताया कि मुझे सांस नहीं आ रही थी, और सर में दर्द हो रहा था। याना ने बताया कि पहले में क्लास में रीडिंग कर रही थी फिर मैडम ने ग्राउंड में जाने के लिए बोला तो हम ग्राउंड में आ गए। जिसके बाद वह दोबारा ऊपर गई तो चक्कर आने लग गए और सांस लेने में दिक्कत हो गई। अभिनव ने बताया कि मैडम ने कहा कि गैस लीक हो रही है। सभी गिला रुमाल रख लो लेकिन किसी ने नहीं रखा जिसके कारण परेशानी हुई। इसी तरह रागिनी ठाकुर ने बताया कि क्लास टॉप फ्लोर में थी। इसलिए हमें गैस की ज्यादा दिक्कत थी और सांस लेने में दिक्कत आई थी। बाद में स्कूल में अस्पताल ले गए।