अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार चार दिन तेजी आई है। शुक्रवार को ग्रुप के शेयर 17 फीसदी तक उछल गए। लेकिन इस बीच रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अडानी ग्रुप की दो कंपनियों के आउटलुक को निगेटिव कर दिया। जानिए इक्रा ने गौतम अडानी के रंग में भंग डालने की क्या वजह बताई है।
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन तेजी रही। ग्रुप के शेयर 17 फीसदी तक की तेजी के साथ बंद हुए। लेकिन क्रेडिट तय करने वाली एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) के आउटलुक को संशोधित कर स्टेबल से निगेटिव कर दिया है। उसका कहना है कि वह अडानी ग्रुप की प्रतिस्पर्धी दरों पर इक्विटी या बॉन्ड के जरिए घरेलू और वैश्विक बाजारों से कर्ज जुटाने की क्षमता पर नजर रखेगी। शुक्रवार को अडानी पोर्ट्स का शेयर 9.81% की तेजी के साथ 684.35 रुपये पर बंद हुआ जबकि अडानी टोटल गैस का शेयर पांच फीसदी का अपर सर्किट छूने के साथ 781.85 रुपये पर पहुंच गया।
इक्रा ने कहा कि अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म की रिपोर्ट के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की कीमतों में तेज गिरावट के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में बॉन्ड के जरिए जो राशि जुटाई गई थी, उसके यील्ड में बढ़ोतरी हुई है। इससे ग्रुप की जो वित्तीय स्तर पर मजबूती थी, उसमें कमी आई है। इसको देखते हुए आउटलुक में संशोधन किया गया है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कंपनियों के शेयरों में गड़बड़ी और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। हालांकि, अडानी ग्रुप ने आरोपों को आधारहीन बताते हुए उसे पूरी तरह खारिज कर दिया।
कर्ज को लेकर क्या कहा
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि ग्रुप की मजबूत वित्तीय स्थिति और एपीएसईजेड के कर्ज के बड़े हिस्से को लौटाने को लेकर जो ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ है, उसकी प्रमुख ताकत थी। उसके मजबूत पक्ष पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इक्रा ने कहा कि ग्रुप की इकाइयों पर रेगुलेटरी/कानूनी जांच का जोखिम है। एपीएसईजेड के कर्ज गुणवत्ता पर पड़ने वाले प्रभाव पर नजर रखी जाएगी। रेटिंग एजेंसी ने यह भी कहा कि कंपनी के कर्ज को लेकर स्थिति अभी भी मजबूत बनी हुई है। कंपनी ने जो अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड के जरिए 65 करोड़ डॉलर का कर्ज ले रखा है, उसे 2024-25 में लौटाना है।