Gautam Adani: अभी तक हर दिन अरबों डॉलर की संपत्ति गंवा रहे अडानी ग्रुप के लिए मंगलवार का दिन शानदार रहा है। अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी देखने को मिली थी। इसके चलते अडानी समूह के मार्केट कैप में भी उछाल आया है। 8 फरवरी के बाद पहली बार अडानी समूह का मार्केट कैप बढ़ा है।
अडानी ग्रुप का मार्केट कैप बढ़ा
बीएसई डेटा के मुताबिक, मंगलवार को दिन की रैली ने अडानी समूह के संयुक्त बाजार पूंजीकरण में 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। 8 फरवरी 2023 के बाद से यह पहला मौका था। कारोबार की समाप्ति पर समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 7.1 लाख करोड़ रुपये था। गुजरात-मुख्यालय वाले बंदरगाहों में एफएमसीजी समूह के सभी 10 स्टॉक 25 जनवरी से गिरावट पर थे। अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से हर दिन अडानी ग्रुप के शेयर तेजी से नीचे गिर रहे थे। हालांकि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों से इनकार किया था, लेकिन इसके बाद भी शेयरों में गिरावट आ रही थी। पॉइंट-टू-पॉइंट आधार पर, बाजार मूल्य में कुल नुकसान 12.1 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो लगभग 146 बिलियन डॉलर है।
इस वजह से शेयरों में दिखी तेजी
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप अपने क्रेडिट प्रोफाइल को सुधारने के लिए शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए कर्ज को समय से पहले चुकाने की योजना बना रहा है। कंपनी मार्च तक करीब 6,500 करोड़ रुपये के कर्ज का समय से पहले भुगतान कर सकती है। इस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की परेशानी दूर कर दी। निवेशकों का भरोसा कुछ हद तक बहाल होता हुआ दिखा और ग्रुप के शेयरों ने छलांग लगा दी। इस बीच अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट की वजह से एलआईसी के स्टॉक भी बिकवाली के दबाव में थे। मंगलवार को एलआईसी के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली थी। एलआईसी के शेयर मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। एलआईसी के शेयर उछलकर 578 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे।