अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का सिलसला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। इससे अडानी ग्रुप को तीन दिन में 65 अरब डॉलर का फटका लग चुका है। इससे ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है।
अडानी ग्रुप की अधिकांश कंपनियों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट आई। ग्रुप की 10 कंपनियों में से सात गिरावट के साथ बंद हुईं। इनमें से पांच कंपनियों के शेयरों ने लोअर सर्किट छुआ। अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) और अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) में 20 फीसदी की गिरावट आई। अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) में 14.91 फीसदी, अडानी विल्मर (Adani Wilmar), अडानी पावर (Adani Power) और एनडीटीवी (NDTV) में पांच फीसदी गिरावट आई। अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) का शेयर 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। दूसरी ओर ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) में 4.21 फीसदी, एसीसी (ACC) में 1.10 फीसदी और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) में 1.65 फीसदी तेजी आई।
नई दिल्ली: अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म Hindenburg Research ने अडानी ग्रुप (Adani Group) की चूलें हिलाकर रख दी हैं। तीन दिन से ग्रुप की कंपनियों में भारी गिरावट आ रही है। इससे ग्रुप को 65 अरब डॉलर की चपत लगी। साथ ही ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) की नेटवर्थ में 36.1 अरब डॉलर (करीब 29,45,72,39,00,000 रुपये) की भारी गिरावट आई है। इसके साथ ही अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 11वें नंबर पर खिसक गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक 84.4 अरब डॉलर रह गई है। Hindenburg Research की रिपोर्ट आने से पहले अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे। Hindenburg Research ने पिछले हफ्ते बुधवार को एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है। हालांकि अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा है कि यह एफपीओ से पहले उसे बदनाम करने की साजिश है।