Gautam Adani News : गौतम अडानी के अगुवाई वाले अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी प्रोपर्टीज धारावी का रिडेवलपमेंट करेगी। 600 एकड़ की जमीन में फैला धारावी एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया में गिना जाता है। महाराष्ट्र सरकार को इस प्रोजेक्ट के लिए तीन बोलियां प्राप्त हुई थीं। डीएलएफ ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई थी।
नई दिल्ली : मुंबई का धारावी (Dharavi) एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया में गिना जाता है। गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी ने अब इस धारावी की कायापलट करने का जिम्मा संभाला है। दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स की रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी अडानी प्रोपर्टीज (Adani Properties) धारावी को पुनर्विकसित करेगी। अडानी ग्रुप (Adani Group) की इस कंपनी ने धारावी स्लम के कायाकल्प के लिए रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट की बोली जीती है। धारावी देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई के बीच 600 एकड़ की जमीन में फैला हुआ है।
प्रोजेक्ट के लिए मिली थीं तीन बोलियां
धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट (Dharavi redevelopment Project) के लिए मिली बोली को मंगलवार को खोला गया था। महाराष्ट्र सरकार को इस प्रोजेक्ट के लिए तीन बोलियां प्राप्त हुई थीं। इनमें से नमन ग्रुप (Naman Group) की बोली क्वालिफाई नहीं कर पाई। इसके बाद डीएलएफ (DLF) और अडानी ग्रुप की बोली को खोला गया। प्रोजेक्ट के सीईओ एसवीआर श्रीनिवास ने यह जानकारी दी है। कुल 8 कंपनियों ने दिखाई थी दिलचस्पी
इस प्रोजेक्ट के लिए तीन विदेशी कंपनियों सहित कुल 8 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी। लेकिन तीन कंपनियों ने ही बोलियां जमा कीं। धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अडानी ग्रुप की कंपनी ने डीएलएफ की बोली से दोगुने से ज्यादा रकम की बोली लगाई थी। श्रीनिवासन ने बताया कि अडानी ने इस प्रोजेक्ट के लिए 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाई। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की समयसीमा 7 साल रखी गई है।
झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को फायदा
धारावी को पुनर्विकसित करने से वहां झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों का काफी फायदा होगा। महाराष्ट्र सरकार की योजना के अनुसार वह किसी कंपनी के साथ डील कर धारावी को रिडेवलप करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रोजेक्ट में झुग्गियों में रहने वाले करीब 6.5 लाख लोगों का पुनर्वास किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से धारावी की झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को घर मिल सकेगा। धारावी स्लम के रिडेवलमेंट के लिए साल 2019 में भी ग्लोबल टेंडर जारी हुआ था। लेकिन कुछ कारणों से यह टल गया। इसके बाद अक्टूबर 2022 में फिर से टेंडर जारी किया गया। धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट करीब 20 हजार करोड़ रुपये का है।