Gehlot VS Pilot: भूपेश बघेल के आगे कहीं नहीं टिकते अशोक गहलोत फिर क्यों राजस्थान में उतारे जा रहे?

Rajasthan politics : अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट को लेकर राजस्थान में चल रही राजनीति के बीच IANS C-Voter का एक सर्वे सामने आया है, जिसमें एंगर इंडेक्स में इस बात का खुलासा हुआ कि भारतीय लोग छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से सबसे कम नाराज हैं, जबकि अशोक गहलोत से नाराजगी सबसे ज्यादा है।

Rajasthan politics Gehlot VS Pilot

जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर लगभग डेढ़ साल का समय बाकी है, लेकिन सीएम कुर्सी को लेकर रेस अभी से तेज है। अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट की कलह के बीच विधायकों की इस्तीफा पॉलिटिक्स ने इसे लेकर बीजेपी को भी सत्ता परिवर्तन का मौका तलाशने का विकल्प दे दिया है। बीजेपी ने मंगलवार को स्पीकर से मिलकर विधायकों की इस्तीफे मंजूर करने की मांग रख यह साफ कर दिया है कि वो मैदान ए जंग के लिए तैयार है। राजस्थान में सीएम कुर्सी को लेकर चल रही कुश्ती के बीच मुख्यमंत्रियों को लेकर हुआ एक सर्वे चर्चा में आ गया है। इस सर्वे में मुख्यमंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड के साथ राज्यों में होने वाली एंटी इनकंबेंसी को लेकर भी आंकड़े पेश किए गए हैं, जो राजस्थान के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है।
IANS C-Voter ओपिनियन पोल के तहत किए गए इस सर्वेक्षण की एंगर इंडेक्स में इस बात का खुलासा हुआ कि भारतीय लोग छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से सबसे कम नाराज हैं, जबकि अशोक गहलोत से नाराजगी सबसे ज्यादा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भारत में शासन के सभी स्तरों पर सबसे कम विरोधी लहर का सामना करना पड़ा है। अगले 12 महीनों में मतदान वाले राज्यों में, हिमाचल, कर्नाटक, तेलंगाना और राजस्थान समेत अधिकतर अन्य मुख्यमंत्रियों को इस पैमाने पर कम स्थान दिया गया है। इस सूची में सबसे नीचे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं, जिनसे 35.4 प्रतिशत उत्तरदाता नाराज हैं। गहलोत के बाद कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई हैं, उनके खिलाफ 33.1 फीसदी उत्तरदाताओं की नाराजगी सामने आई।
बेरोजगारी को आधार बनाकर किया गया सर्वे
पूरे भारत में आईएएनएस सी-वोटर ट्रैकर्स में उत्तरदाताओं के लिए बेरोजगारी का मुद्दा सबसे ऊपर रहा है। हाल के सभी सर्वे में, चुनावी राज्यों में बेरोजगारी को सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे के रूप में दर्जा दिया गया। आईएएनएस-सीवोटर गर्वनेंस ट्रैकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हर तिमाही में पच्चीस हजार से अधिक उत्तरदाताओं का इंटरव्यू लेता है। ट्रैकर 11 भाषाओं में चलाया जाता है। केंद्र, राज्य और हर राज्य में शासन की सत्ता विरोधी भावनाओं को मैप करता है। वर्तमान विश्लेषण जुलाई से सितंबर 2022 तक ट्रैकर डेटा का उपयोग करके किया जाता है। इसमें सीएम गहलोत ने युवा बेरोजगार नाराज दिखाई दे रहे हैं।

बेरोजगारों का गहलोत के खिलाफ अभियान
इधर राजस्थान में कई भर्ती प्रक्रिया लंबित होने और नए पदों के सृजन जैसे कई मुद्दों पर बेरोजगारों की ओर से आंदोलन चलाया जा रहा है। राजस्थान बेरोजगार संघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन में सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया गया है। राजस्थान के बेरोजगार गुजरात में गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बीते दिन जब अशोक गहलोत वहां चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे, तब भी बेरोजगारों का वहां हो हल्ला देखने को मिला। मुख्यमंत्री गहलोत के घेराव के चलते उपने यादव को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद शाम को रिहा किया गया। उपेन यादव को हिरासत में लेने पर बेरोजगार युवकों में आक्रोश है, जो गुजरात में दांडी यात्रा निकाल रहे हैं। उनका कहना है कि वो गुजरात इसलिए पहुंचे है कि वो गहलोत सरकार के धोखे को गुजरात के युवाओं को बता सकें।

सचिन पायलट को सीएम बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान चुप
सर्वे में अशोक गहलोत और राजस्थान में एंटी इनकंबेंसी के बात सामने आने के बाद यह सवाल फिर से उठने लगा है कि क्या कांग्रेस राजस्थान में नेतृत्व बदलकर सियासी घमासान को विराम देगी। कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के बाद सीएम पद को लेकर उठे ज्वार को लेकर कांग्रेस की ओर से फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। सीएम अशोक गहलोत ही रहेंगे या सचिन पायलट को कमान सौंपी जाएगी। इस पर कांग्रेस आलाकमान ने चुप्पी साध रखी है। हालांकि गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित उनके कई समर्थक इस बात का दावा कर रहे है कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। उनके दावों में कितना वजन है , यह अब कांग्रेस के नए अध्यक्ष की घोषणा के बाद तय हो पाएगा।