Bharatpur News: दो साल पहले जब साजिश हुई थी तो किसने बचाई थी सरकार
भरतपुर. राजस्थान में सीएम पद के नाम को लेकर चल रही सुर्खियों के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत सरकार के तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि दो साल पहले सरकार पर संकट के समय में जिन 102 विधायकों ने सरकार को बचाया था नये मुख्यमंत्री का नाम इन्हीं समर्पित विधायकों में से आना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सीएम अशोक गहलोत का नाम आने के बाद से ही राजस्थान में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. मुख्यमंत्री पद के लिए जयपुर से लेकर दिल्ली तक लॉबिंग जोड़-तोड़ पूरे शबाब पर है.
तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि वे लोकदल के विधायक हैं और सरकार में सहयोगी हैं. सीएम को लेकर कांग्रेस आलाकमान का जो फैसला होगा वह उन्हें मंजूर होगा. बकौल गर्ग उनका व्यक्तिगत स्तर पर मानना है कि कांग्रेस आलाकमान को यह ध्यान रखना चाहिए कि दो साल पहले सरकार को गिराने की साजिश के समय कौनसे विधायक काम आए थे.
102 विधायकों ने मिलकर बचाई थी सरकार
राज्यमंत्री गर्ग ने कहा कि सभी को पता है कि तब बीजेपी के साथ मिलकर सरकार को गिराया जा रहा था. उस वक्त 102 विधायकों के सहयोगी दल ने मिलकर के सरकार को बचाया था. मंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए अब कांग्रेस आलाकमान को उन्हीं 102 समर्पित विधायकों में से नाम तय करना चाहिए. क्योंकि उन्हीं ने लड़ाई लड़कर सरकार को बचाया था.
कांग्रेस आलाकमान विधायकों की राय भी जाने
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को यह भी देखना चाहिए कि राजस्थान की जनता की क्या अपेक्षाएं हैं? विधायक क्या चाहते हैं? उनकी क्या राय है? सभी विधायकों की सहमति के आधार पर सीएम का नाम तय होना चाहिए. इसके अलावा राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा और मुख्यमंत्री चेहरे पर आलाकमान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी राय लेनी चाहिए, जिससे हम सब मिलकर 2023 में भी सरकार बना सकें.