जर्मन नेता ने तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को बताया ‘सीवर का चूहा’, मचा बवाल

तुर्की और जर्मनी (Turkey and Germany) के बीच आने वाले दिनों में बवाल मच सकता है। जर्मनी के एक राजनेता ने राष्‍ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) की तुलना सीवर में रहने वाले चूहे से कर दी है। इस बयान से तुर्की भड़क गया है और अब विदेश मंत्रालय ने राजदूत को समन किया है।

Turkey-President- Tayyip-Erdogan

अंकारा: तुर्की और जर्मनी के बीच जर्मन राजनेता के एक बयान के बाद तनाव भड़क गया है। गुस्‍साए तुर्की ने अब जर्मनी के राजदूत को विदेश मंत्रालय ने समन भेजकर तलब किया है और अपना विरोध जताया है। एक सीनियर जर्मन राजनेता ने तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को ‘छोटे सीवर के चूहे’ के बराबर बता दिया है। यह टिप्‍पणी जर्मनी के नेता वोल्फगैंग कुबिकिक की तरफ से आई है। कुबिकिक जर्मनी की संसद के उपाध्‍यक्ष हैं। उनकी तरफ से आए इस बयान के बाद तुर्की के विदेश मंत्रालय का जो बयान आया है उसमें नाराजगी को साफ समझा जा सकता है।

विदेश मंत्रालय बोला-अपमानजनक
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता तंजू बिल्गिक ने कहा है, ‘हम जर्मनी की संसद के उपाध्‍यक्ष वोल्‍फगैंग कुबिकिक के उन अपमानजनक टिप्‍पणियों का विरोध करते हैं जो उन्‍होंने एक चुनावी अभियान के भाषण दौरान की थीं।’ उन्‍होंने आगे कहा कि कुबिकिक पूरी तरह से राजनीतिक सभ्‍यता और जिम्‍मेदारियों को भूल चुके हैं।

उन्‍होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयान यह बताने के लिए काफी हैं कि कुबिकिक का राजनीतिक और नैतिक स्‍तर कैसा है और वह किस हद तक अश्‍लील हैं। न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के साथ बातचीत में कुबिकिक ने यह बात मानी है कि उन्‍होंने एर्दोगन के लिए यह टिप्‍पणी की है। कुबिकिक के मुताबिक जिस समय एक चुनावी भीड़ को संबोधित कर रहे थे उस समय तुर्की से बाल्‍कन के रास्‍ते जर्मनी आने वाले अप्रवासियों का मसला उठाने के लिए उन्‍होंने यह टिप्‍पणी की थी।
क्‍या कहा था कुबिकिक ने
कुबिकिक ने कहा था, ‘सीवर में रहने वाला चूहा छोटा और प्‍यारा होता है लेकिन वह वही चालाक प्राणी भी है जो अक्‍सर बच्‍चों की कहानियों का हिस्‍सा भी होता है।’ कुबिकिक दरअसल एक सुपरहिट हॉलीवुड फिल्‍म ”रैटाटुई’ का उदाहरण देते हुए अपनी बात कह रहे थे। कुबिकिक फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (FDP) के सांसद हैं। यह पार्टी की जर्मनी की केंद्र सरकार में गठबंधन के तौर पर शामिल है।

कुबिकिक का कहना था कि एर्दोगन ने जब साल 2015 में यूरोपियन यूनियन में दाखिल होने वाले शरणार्थियों की संख्‍या पर लगाम लगाने के लिए रजामंदी जाहिर की थी तो वह उनके लिए काफी अच्‍छी डील थी। लेकिन अब यह ध्‍यान देना होगा कि शरणार्थी तुर्की से बाल्‍कन के रास्‍ते यूरोप में आ रहे हैं और ये संख्‍या लगातार बढ़ती जा रही है। कुबिकिक ने इसे जर्मनी की विदेशी और घरेलू नीति के लिए बड़ी चुनौती करार दिया है।

राष्‍ट्रपति का अपमान अपराध
तुर्की यूरोपियन यूनियन की सदस्‍यता का उम्‍मीदवार है लेकिन पिछले काफी समय ये बातचीत रुकी हुई है। दोनों के बीच कई मुद्दों पर आपसी सहमति नहीं बन पा रही है जिसमें तुर्की की तरफ से जारी मानवाधिकार हनन, रिकॉर्ड अप्रवासन और आसपास की राजनीति शामिल हैं। तुर्की में राष्‍ट्रपति का अपमान अपराधिक कृत्‍य है। यहां पिछले दो दशकों से सत्‍ता एर्दोगन और उनकी एके पार्टी के पास है।