इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता. कुछ लोगों की दिलेरी और इंसानियत की वजह से ही ये दुनिया क़ायम है. ये लोग ही उम्मीद हैं, एक बेहतर कल की, एक सुंदर दुनिया की. कई बार कोई अजबनी हमारे लिए कुछ ऐसा कर जाता है जिससे न सिर्फ़ हम मुसीबत से उबरते हैं बल्कि वो घटना समाज के तमाम लोगों के लिए एक प्रेरणा भी बन जाती है. अक्षिता चंगन (Akshita Changan) नामक एक महिला ने लिंक्डइन (LinkedIn) पर ऐसी ही एक घटना का ज़िक्र किया. वैसे तो अक्षिता के साथ घटी ये घटना कुछ हफ़्तों पुरानी है लेकिन इसके बारे में हम सभी को पढ़ना चाहिए.
आधी रात को बीच सड़क पर फंस गए थे भाई-बहन
सोशल मीडिया मार्केटियर और कंटेंट राइटर अक्षिता ने पोस्ट में लिखा कि आधी रात को घर जाते समय उनकी बाइक बीच सड़क पर बंद हो गई, गाड़ी में पेट्रोल ख़त्म हो गया था. सुनसान सड़क पर कोई भी नज़र नहीं आ रहा था. अक्षिता और उनके भाई सड़क किनारे खड़े होकर इंतज़ार कर रहे थे. तभी दोनों की नज़र एक डिलीवरी वाले पर पड़ी जो अपने फ़ोन पर कोई पता चेक कर रहा था.
अक्षिता के भाई ने डिलीवरी वाले से बाइक टो करवाने के बारे में पूछा. डिलीवरी वाले ने कहा कि वो दूसरी तरफ़ जाना है और वो डिलीवरी के लिए लेट नहीं हो सकता.ग़ौरतलब है कि डिलीवरी वाले ने भाई-बहन को सड़क पर अकेला नहीं छोड़ा और उनसे एक खाली बोतल मांगी. अक्षिता और उनके भाई के पास कोई खाली बोतल नहीं थी. इसके बाद डिलीवरी वाले ने अपने बैग से पानी की बोतल निकाली और उसे खाली किया. फ़रिश्ता बनकर आया ये शख़्स अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर बोतल में भरने लगा ताकि अक्षिता और उसका भाई नज़दीकी पेट्रोल पंप तक पहुंच सके. अक्षिता और उनके भाई को अपनी आंखों पर यक़ीन नहीं हुआ.
अक्षिता ने अपनी पोस्ट में लिखा कि डिलीवरी बॉय का नाम रौशन डालवी था. उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने इंसानियत और दया के कई क़िस्से पढ़े-सुने थे लेकिन पहली बार उनके साथ ऐसा कुछ हुआ.
रौशन की दिलेरी को सलाम!