इस दिवाली तोहफे में दीजिए हीरा, जेब के लिए भी किफायती है लैब में बना ये डायमंड

दिवाली पर अपने किसी खास के लिए चुने ये हीरा

दिवाली पर अपने किसी खास के लिए चुने ये हीरा

नई दिल्ली. भारत में इस समय लैब ग्रोन डायमंड (LGD) की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. LGD लेबोरेटरी में बनाए जाते हैं. ये सिर्फ एक से चार हफ्तों में तैयार हो जाते हैं. इस हीरे की बनावट, चमक, कठोरता, रासायनिक संरचना भी कुदरती हीरों जैसी ही होती है. जिस कारण इसे खरीदना काफी किफायती होता है. ऐसे में आप दिवाली पर अपने किसी खास को अगर कोई तोहफा देने की सोच रहे हैं तो ये हीरा दे सकते हैं.

लैब ग्रीन डायमंड्स की लोकप्रियता दुनियाभर में असली, ईको फ़्रेंडली और किफायती आभूषण के रूप में हो रही. यह नौचुरल हीरे के मुकाबले करीब 50 से 60% सस्ता है. अन्य देशों की तरह डायमंड्स में तेजी से गति पकड़ रहा है. सस्ता और किफायती होने के कारण युवाओं के बीच इसकी डिमांड बढ़ी है.

इस कारण पसंद कर रहे लोग

>> कुदरती हीरों की तुलना में लैब ग्रोन डायमंड करीब 75% सस्ता होता है.
>> 1 कैरेट कुदरती हीरे की कीमत में 2.15 कैरेट लैब ग्रोन डायमंड खरीदा जा सकता है.
>> सस्ता होने से 21-40 की उम्र के लोगों के बीच ऐसे हीरों की मांग तेजी से बढ़ रही है.
>> 1950 के दशक से ही दुनियाभर में लैब ग्रोन डायमंड बनाए जा रहे हैं.
>> 2004 से भारत में शुरू हुआ कृत्रिम हीरों का उत्पादन, जो अब तेजी से बढ़ रहा है.
>> लैब ग्रोन डायमंड का भारत में अभी 15,500 करोड़ रुपये का कारोबार करती है.
>> 2025 तक भारत में इसका बिजनेस 31 हजार करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है.

जानिए कैसे होता है तैयार
लैब ग्रोन डायमंड या कृत्रिम हीरा लैब में तैयार होता है जबकि नेचुरल हीरे की माइनिंग होती है. नेचुरल हीरे जमीन केनीचे हजारों सालों में बनते हैं. वहीं लैब ग्रोन डायमंड सिर्फ 1 4 हफ्तों में तैयार हो जाते हैं. इनकी बनावट और चमक नेचुरल हीरे जैसी ही होती है.

लैब में तैयार हीरा माइक्रोवेव में रखे कार्बन सीड से तैयार किया जाता है और एक प्लाज्मा बॉल में डालकर उसे और चमकदार बनाया जाता है. ये प्रक्रिया इन हीरों को एक हफ्ते में पहले से अधिक क्रिस्टलाइज बना देती है.

PLI स्कीम में शामिल करने की उठी मांग
PLI स्कीम में शामिल करने की उठी मांग जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के प्रेसिडेंट कोलिन शाह कहते हैं कि सरकार से लैब ग्रोन डायमंड इंडस्ट्री को PLI स्कीम में शामिल करने की बात हुई है. इस इंडस्ट्री में 10 लाख रोजगार और 40,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निर्यात टर्नओवर हासिल करने की क्षमता है.