Delhi To Patna Via Purvanchal Expressway News: दिल्ली, एनसीआर में रहने वाले बिहार और झारखंड के लोग छठ महापर्व पर घर जाने की तैयारी में सालों भर लगे रहते हैं। कोरोना काल के बाद पर्व की धूम है। हर कोई अपने घर, अपने लोगों के बीच छठ मनाने को बेकरार है। ऐसे में टिकट न मिलने वाले लोग सड़क के जरिए अपने घर, गांव पहुंच सकते हैं। बस दिक्कत बिहार में होगी।
बलिया: दिल्ली और छठ पर्व के मौके पर अगर आप घर जाना चाहते हैं, ट्रेन और बस में टिकट नहीं मिला। हवाई जहाज की एक टिकट की दर इतनी है कि पूरे परिवार को लेकर घर जाना मुश्किल होगा। ऐसे में आपके सामने अपनी गाड़ी निकालने का विकल्प है। अपनी गाड़ी से आप आसानी से बिहार सीमा तक पहुंच सकते हैं। वह भी एक्सप्रेस रफ्तार में। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का विकल्प इस बार बिहार के लोगों के लिए बड़ी राहत बनकर आया है। यूपी चुनाव 2022 से पहले इस एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोला गया था। अब यह एक्सप्रेसवे बिहार, झारखंड आदि इलाकों में जाने के लिए लोगों का बड़ा जरिया बन गया है। लेकिन, सबसे बड़ी दिक्कत आपको बिहार में आने वाली है। सिक्स लेन एक्सप्रेसवे से उतरते ही आपको हाइवे पर आना पड़ेगा। जहां जाम, धूल और हर जगह रफ्तार को रोकने वाले तत्व आपके सफर के मजे को खराब कर सकते हैं। इसलिए, अगर आप छठ पर अपनी गाड़ी से निकलना चाहते हैं तो ऐसा समय चुनिए, जब अहले सुबह आपको हाइवे के जरिए सफर करना पड़े। सुबह में ट्रैफिक की रफ्तार में कुछ कमी दिखती है। दिन में सामान्य वाहनों और रात में ट्रकों की मारामारी आपको इन सड़कों पर देखने को मिलेगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का बना विकल्प
पटना समेत बिहार के किसी भी इलाके में जाने के लिए वाहन चालकों के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का विकल्प इस वर्ष मिल गया है। अगर आप दिल्ली से निकल रहे हैं तो तीन एक्सप्रेसवे के जरिए आप सीधे बिहार की सीमा तक करीब 10 घंटे की ड्राइव में पहुंच सकते हैं। दिल्ली-एनसीआर से चलने वालों के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से यमुना एक्सप्रेसवे तक का सफर तय करना होगा। गाजियाबाद और नोएडा के लोग अन्य रास्तों से भी नोएडा- आगरा यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकते हैं। इसके जरिए आगरा तक का सफर पूरा किया जाएगा।
आगरा से वाहन चालकों को आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे का विकल्प होगा। इस एक्सप्रेसवे के जरिए आप सीधे लखनऊ तक आसानी से पहुंच जाएंगे। लखनऊ से आपको पूर्वांचल एक्सप्रेसवे मिल जाएगा। लखनऊ के चांद सराय गांव में आप लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकते हैं। 9 जिलों को पार करते हुए इस एक्सप्रेसवे के जरिए गाजीपुर के हैदरिया गांव में आपको पूर्वांचल एक्सप्रेसवे छोड़ना होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को छोड़ने के बाद आपको एनएच 31 का सहारा लेना होगा।
एनएच 31 यूपी के उन्नाव से शुरू होकर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में समसी तक जाता है। एचएच 31 की चौड़ाई एक्सप्रेसवे की तुलना में काफी कम है। इस सड़क को फोर लेन बनाने की घोषणा काफी पहले हुई। बिहार की सरकार के स्तर पर भी यूपी बॉर्डर तक यानी बक्सर, बलिया तक फोर लेन सड़क और बाद में एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना तैयार की गई, लेकिन अभी तक यह कागजों में ही सीमित है।
दिल्ली से बक्सर तक की यात्रा सुखद
दिल्ली से बक्सर तक की यात्रा एक्सप्रेसवे के जरिए आपको काफी सुखद लग सकती है। दिल्ली से तीन से चार एक्सप्रेसवे के जरिए आप ट्रैफिक की अधिक चिंता किए गाड़ी को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाते हुए चल सकते हैं। दिल्ली से बक्सर तक की दूरी करीब 933 किलोमीटर है। इस दूरी को तय करने में आपको 11 से 12 घंटे का समय लगेगा। लेकिन, असली परीक्षा बिहार सीमा में होगी। एनएच 31 के जरिए आप बक्सर से पटना तक की करीब 127 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।
इस पर अतिक्रमण और वाहनों का दवाब ऐसा है कि इस 127 किलोमीटर की यात्रा को पूरी करने में चार से पांच घंटों तक का समय लग जाता है। आरा और बिहटा में जाम की समस्या से बच गए तो शुक्र मनाएं। उत्तर बिहार जाने वाले लोग अब गांधी सेतु के दोनों लेन के निर्माण का फायदा उठा सकते हैं। लेकिन, पर्व के कारण यहां वाहनों का दबाव दिख रहा है।