अगले सप्ताह से डेढ़ महीने लंबा त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है.
नई दिल्ली. देश में अभी 15 दिन का पितृ पक्ष चल रहा है और इस दौरान भारतीय परंपरा के अनुसार शुभ काम बंद रहते हैं, जिससे सोने-चांदी की खरीद पर भी असर पड़ता है. यही कारण है कि सोने का भाव भी वायदा और हाजिर बाजार में नीचे आ रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि अभी सुस्त चल रही सोने की चाल त्योहारी सीजन शुरू होते ही रफ्तार पकड़ेगी.
केडिया एडवाइजरी के डाइरेक्टर और कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया का कहना है कि अभी सोने में गिरावट और तेजी दोनों के फैक्टर एकसाथ काम कर रहे हैं. ग्लोबल मार्केट में सोना पहले के नियमों के वितरीत चल रहा है. अगर बात भारतीय सर्राफा बाजार में वायदा और हाजिर कीमत की करें तो अभी दोनों ही रेट पर दबाव है. एमसीएक्स पर सोने का वायदा भाव बुधवार सुबह 9 बजे के आसपास 49,153 रुपये था. यह पिछले साल के रिकॉर्ड भाव से करीब 7 हजार रुपये नीचे चल रहा है. पितृ पक्ष के अलावा इस भाव पर ग्लोबल मार्केट का भी असर है, जहां सोने का हाजिर भाव पिछले साल के 2,000 डॉलर से उतरकर 1,600 डॉलर के आसपास चल रहा है.
आगे कहां जाएंगे भाव
अजय केडिया ने कहा, अगले सप्ताह से नवरात्र शुरू होने वाले हैं, जिससे बाजार में ग्राहकों की रौनक भी बढ़ जाएगी. इसके खत्म होते ही दशहरा और और फिर दो सप्ताह बाद धनतेरस-दिवाली जैसे बड़े त्योहार भी आएंगे. ऐसे में सोने-चांदी की खरीद बढ़ना भी तय है. अगर आज के भाव से आने वाली मांग और माहौल को देखें तो दिवाली तक सोने का भाव 51,000 से 51,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है. दिसंबर तक यह 52,000 का आंकड़ा भी पार कर सकता है. इस साल शादियां भी बड़ी संख्या में होने वाली हैं, जिससे मांग बढ़ी तो सोना एक साल में 55 हजार प्रति 10 ग्राम का भाव छू लेगा.
एक महीने में कितनी कमाई
दिवाली तक सोना अगर 51,500 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर छू लेता है तो अभी सोने में पैसे लगाने वाले निवेशकों को एक महीने में हर 10 ग्राम पर 2,347 रुपये का मुनाफा होगा. अगर इस निवेश को दिसंबर तक बनाए रखा और सोने के भाव 52 हजार तक पहुंचे तो मुनाफा भी प्रति 10 ग्राम पर 2,847 रुपये तक पहुंच जाएगा. अगर आपने एक किलो सोने में निवेश किया तो आपको दिसंबर तक 2,84,700 रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं. एक साल के भीतर सोना 55 हजार जाने की बात हो रही है. अगर यह तेजी बनी तो एक साल में प्रति 10 ग्राम सोने पर 5,847 रुपये का मुनाफा होगा, जबकि दिसंबर तक यह मुनाफा तीन हजार रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकता है.
दाम बढ़ने की कई वजहें
सोने के दाम बढ़ने की वैसे तो कई वजहें हैं, लेकिन आज रात होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक में अगर ब्याज दरों में ज्यादा बढ़ोतरी होती है तो सोने के भाव में फिर तेजी की संभावना बढ़ेगी. माना जा रहा है कि फेड रिजर्व इस बार 0.75 फीसदी ब्याज बढ़ाने के मूड में है. इसके बाद प्रभावी ब्याज दर 3.25 पहुंच जाएगी, जो अमेरिका में एक दशक में सबसे ज्यादा होगी. फेड के ब्याज बढ़ाने के ट्रेंड को देखें तो 2022 में जब भी फेड ने ब्याज बढ़ाया, सोने में उछाल दिखा. इस बार भी ब्याज बढ़ने पर सोना तेज होगा.
महंगाई भी सोने को सपोर्ट कर रही है. यह भरोसेमंद है और निवेशक जब भी बाजार में गिरावट देखते हैं तो सोने में पैसा लगाते हैं. ग्लोबल मार्केट अभी मंदी की आशंका से घिरा हुआ है और आगे बड़ा करेक्शन दिख रहा. इसका सीधा लाभ सोने को मिलेगा. पिछले दो साल महामारी के साये में बिताने के बाद इस बार लोगों को जमकर उत्सव मनाने का मौका मिल रहा. लिहाजा साल शादियों की संख्या भी खूब होगी, जिससे सोने की मांग बढ़ेगी और तेजी आएगी.
क्या कहते हैं सराफा कारोबारी
दि बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन, दिल्ली के चेयरमैन योगेश सिंघल का कहना है कि सराफा बाजार अभी दबाव में है और आगे इसमें और गिरावट का अनुमान है. उन्होंने कहा कि सोना पहले ही अपनी कीमत से बहुत ज्यादा चढ़ चुका है और अब इसके नीचे आने की बारी है. सरकार ने भी आयात शुल्क बढ़ाकर इस पर दबाव डाला है. सोने की बिक्री बहुत ज्यादा बढ़ती नहीं दिख रही. हां, ये 48,000 से 52,000 के बीच रहा सकता है, लेकिन ज्यादा अनुमान है कि इसका भाव 40 से 45 हजार के
बीच जाएगा.