उनके शरीर को कोई हिस्सा ऐसा नहीं, जहां उन्होंने सोने के आभूषण नहीं पहन रखे हों। सोने वाले बाबा के नाम से मशहूर महामंडलेश्वर अवधूत बाबा अरुण गिरी महाराज शनिवार को एमपी के शिवपुरी आए तो उन्हें देखने भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। बाबा ने बताया कि उन्हें यह सोना उनके भक्तों ने ही दिया है।
शिवपुरीः गले में सोने की चेन, हाथों में सोने के कंगन और हीरे से जड़ी घड़ी पहनने वाले महामंडलेश्वर अवधूत बाबा अरुण गिरी महाराज शिवपुरी आए। इस दौरान सिर से पैर तक सोना पहनने वाले महामंडलेश्वर अरुणगिरी महाराज को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच गए और उनका आशीर्वाद लिया। बाबा ने बताया कि उनके भक्त ही उन्हें सोना देते हैं।
अवधूत बाबा अरुणगिरी अपनी विशेष कार से शिवपुरी आए। यहां उन्होंने एक कार्यक्रम में भाग लिया और अपने भक्तजनों को संदेश दिया। संदेश में महाराज ने कहा कि आगामी पीढ़ी को सनातन धर्म और संस्कार देने की जरूरत है। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी हरियाली बढ़ाने की आवश्यकता है। अरुणगिरी महाराज ने बताया कि वह अभी तक पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर विभिन्न स्थानों पर करोड़ों पौधे लगा चुके हैं।
महामंडलेश्वर अरुण गिरी ने बताया कि वह अपने शरीर पर जो सोना पहने हुए हैं, उनके भक्तों द्वारा दिया गया है। महाराज ने बताया कि वह विभिन्न स्थानों पर यज्ञ करते हैं। यज्ञ के बाद दक्षिणा के रूप में उनके भक्तगण उन्हें सोना देते हैं। दान के रूप में जीवित हाथी, घोड़ा और अन्य सामग्री नहीं ले सकते। उनके लिए हाथी, घोड़ा आदि को पालना संभव नहीं है। इसलिए सांकेतिक रूप से उनके भक्तगण उन्हें सोना दान दे देते हैं।