बिहार के करमटिया की मिट्टी में मिले स्वर्ण कण, सोने की खदान होने के बावजूद नहीं बदली स्थिति

केंद्र सरकार से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में एक सोने का खजाना मिला है। यह जानकारी केंद्र सरकार को खनन मंत्री प्रभात जोशी ने कुछ समय पहले ही दी है। यह माना जा रहा है कि बिहार में जलाल मटिया और कर मठिया के पास देश के सोने के भंडार का लगभग 44 फ़ीसदी हिस्सा है।

इसकी पुष्टि होने में लगभग 40 साल लग गए तब जाकर सरकार ने बताया कि बिहार के पास देश का सबसे बड़ा सोने का भंडार है। परंतु इस सारे घटनाक्रम में आश्चर्य की बात तो यह है, यह भंडार ना किसी मशीन के द्वारा और ना ही किसी मनुष्य के द्वारा खोजा गया है, यह सोने का भंडार चीटियों के द्वारा खोजा गया है।

पीला चमकीला पदार्थ देखा गया

स्थानीय लोगों के अनुसार बताया गया कि बुजुर्ग लोग धूप से बचने के लिए बरगद के पेड़ के नीचे बैठा करते थे। वहां चीटियां भी अपना घर बनाती थी। तभी चीटियों के द्वारा कुछ संकेत मिले और देखा गया की चीटियां अपना घर बनाने के लिए कोई पीला चमकीला पदार्थ को इकट्ठा कर रही है।

जब इस पदार्थ की जांच की गई तो पता चला कि यह सोना है। इस प्रकार यह मामला धीरे धीरे प्रशासन तक पहुंचता गया और खनन विभाग को इसकी जानकारी प्राप्त हुई, फिर इसके बाद खनन विभाग ने जांच पड़ताल की तो, यह पाया कि इस क्षेत्र में कहीं सोने का भंडार (Gold Reserves) है।

खनन विभाग के द्वारा इस क्षेत्र को सन 1982 से 1986 तक प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया। 2020 में यहां खुदाई की गई, तो खनन विभाग ने कुछ नमूने जांच के लिए भेज दिए और अंदाजा लगाया गया, यहां कम ही मात्रा में सोना प्राप्त होगा।

मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों की मानें, तो करमटिया लगभग पौने तीन सौ एकड़ में फैला हुआ टांड़ है। इस बड़े इलाके के उत्तर में डोकली जैसा गांव है, तो दक्षिण में कुहिला मोड़ है। पूरब में सुखनर नदी है, जबकि पश्चिम में अगहरा मोड़ तक का इलाका आता है। पथरीला व लाल मिट्टी वाले इस टांड का अधिकतर भाग बंजर सा है।

जमुई (Jamui) जिले का सोनो प्रखंड के चुरहेत (Churhait) पंचायत का करमटिया (Karmitia) क्षेत्र कई दशकों से स्वर्ण भंडार को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि बहुत पहले से यहां के मिट्टी में सोने के छोटे-छोटे टुकड़े दिखाई देते थे।

 

बहुत पहले लोग करमटीया क्षेत्र के मिट्टी को नदी के पानी में धोकर छानते हुए सोना निकालने का प्रयास करते थे, इस खबर को देखते हुए लगभग 15 साल पहले सरकार की एजेंसी के लोग यहां आए थे और महीनों रहकर सर्वेक्षण का कार्य हुआ था।

देश का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार

बताया जा रहा है कि उसी सर्वेक्षण में यह बात सामने निकलकर आई है कि जमुई जिले के सोनो प्रखंड के इसी करमटिया क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार (Largest gold reserves in India) है, यहां 44 प्रतिशत सोना पाये जाने की सम्भवन बात जा रही है।

 

यह गांव सुर्खियों में तो तब आया जब खनन विभाग द्वारा भेजे गए नमूनो की रिपोर्ट आई और बताया गया के यहां सोने का बहुत बड़ा भंडार है। महेश्वरी गांव के दीपक सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक करमटिया को ललमटिया और सोनमटिया भी बोला जाता है।

यहां की मिट्टी लाल होने के कारण इसे ललमटिया और सोना निकलने के कारण इस जगह को सोनमटिया के नाम से भी लोग जनते हैं। दीपक सिंह से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी उम्र 50 साल से ऊपर है, लेकिन वह बचपन से ही यहां पर सोना की बात सुनते आ रहे हैं।