Gold Price Today : ग्‍लोबल मार्केट में सोना 9 महीने में सबसे सस्‍ता, भारत में भी घटे दाम, चेक करें आज का ताजा रेट

नई दिल्‍ली. ग्‍लोबल मार्केट में सोने की कीमतों में आई बड़ी गिरावट का असर मंगलवार सुबह भारतीय बाजार पर भी दिखा और सोने की वायदा कीमत 50,600 के करीब आ गई. ग्‍लोबल मार्केट में सोने का भाव 9 महीने के निचले स्‍तर पर चला गया है.

आयात शुल्‍क बढ़ने के बाद सोने के भाव 52 हजार से ऊपर चले गए थे.

मल्‍टीकमोडिटी एक्‍सचेंज (MCX) पर सुबह 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का वायदा भाव 44 रुपये गिरकर 50,595 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. इससे पहले सोने में ट्रेडिंग की शुरुआत 50,680 रुपये पर खुलकर हुई थी, लेकिन जल्‍द ही कीमतों में और गिरावट आई जिससे वायदा भाव 50,600 रुपये से भी नीचे चले गए. सोना आज अपने पिछले बंद भाव से 0.10 फीसदी नीचे ट्रेडिंग कर रहा है.

चांदी में आई बड़ी गिरावट
सोने की तर्ज पर आज चांदी की कीमतों में भी बड़ी गिरावट दिख रही है. एमसीएक्‍स पर सुबह चांदी का वायदा भाव 330 रुपये गिरकर 56,595 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया. इससे पहले चांदी में ट्रेडिंग की शुरुआत 56,777 रुपये के स्‍तर पर खुलकर हुई थी, लेकिन मांग में सुस्‍ती से जल्‍द भाव और नीचे चला गया. चांदी अभी अपने पिछले बंद भाव से 0.58 फीसदी गिरकर कारोबार कर रही है.

ग्‍लोबल मार्केट में सोना 9 महीने के निचले स्‍तर पर
भारतीय बाजार में गिरावट के साथ ही ग्‍लोबल मार्केट में भी सोने की कीमत में कमी आई है. अमेरिकी बाजार में सोने की हाजिर कीमत 1,734.97 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई, जो सितंबर, 2021 के 1,722.36 डॉलर प्रति औंस के बाद सबसे कम है. इसका मतलब है कि अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में सोने की कीमत नौ महीने के निचले स्‍तर पर चली गई है. इस साल की शुरुआत में सोना 2,000 डॉलर प्रति औंस के भाव को भी पार कर गया था.

सोने में जहां गिरावट दिख रही वहीं चांदी की हाजिर कीमत ग्‍लोबल मार्केट में 0.30 फीसदी बढ़कर 19.14 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई. इसके अलावा प्‍लेटिनम की हाजिर कीमत भी 0.7 फीसदी गिरावट के साथ 863.82 डॉलर प्रति औंस रही.

क्‍यों टूटा भाव और क्‍या है आगे भविष्‍य
अमेरिकी डॉलर का भाव आज फॉरेक्‍स मार्केट में 20 साल के शीर्ष पर पहुंच गया है, जिसका सोने की कीमत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और बड़ी गिरावट के साथ सोना नौ महीने के निचले स्‍तर पर चला गया. एक्‍सपर्ट का कहना है कि जैसे-जैसे ग्‍लोबल मार्केट में संकट कम होगा और व्‍यापार में सुधार आएगा, डॉलर की मजबूती भी कम होती जाएगी और तब सोने की कीमत में दोबारा उछाल आना शुरू होगा.