गोल्डी ने बताया था खुल गया है मूसेवाला के घर का दरवाजा, 19 साल के अंकित ने मारी थीं 20 गोलियां

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी
गोल्डी बरार-लारेंस बिश्रोई गिरोह के सबसे युवा शूटर हरियाणा के अंकित उर्फ छोटा ने सिद्धू मूसेवाला को 20 गोलियां मारी थीं। उसने दोनों हाथों में एक-एक पिस्टल लेकर पंजाबी गायक पर नजदीक जाकर गोलियां चलाई थीं। उसने दोनों ही पिस्टल खाली कर दी थीं। बताया जा रहा है कि अंकित ने ही गायक मूसेवाला को सबसे ज्यादा गोलियां मारी थीं। दूसरी तरफ सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले गोल्डी बरार का प्रियव्रत उर्फ फौजी के पास फोन आया था। उसने ही बताया था कि सिद्धू मूसेवाला के घर का दरवाजा खुल गया है। पुलिस ने अंकित व सचिन दोनों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। 
 
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंकित को सिद्धू मूसेवाला के करीब जाने के लिए प्रियव्रत उर्फ फौजी ने बोला था। अंकित लारेंस बिश्नाई-गोल्डी बरार गिरोह में जल्द ही अपना नाम कमाना चहाता था। उसने फोटो भी खिंचवाई थी, जिसमें कारतूस से सिद्धू मूसेवाला लिखा है और पीछे बैठकर हत्या के लिए संकेत दे रहा है। स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि पंजाबी गायक की हत्या करने के बाद आरोपी शूटर एक दिन से ज्यादा कहीं नहीं रूके। आरोपी पांच राज्यों में घूमते रहे। इस दौरान ये फतेहाबाद, तोशाम, पिलानी, कच्छ, मध्यप्रदेश, बिलासपुर, यूपी व झारखंड में रूके। बताया जहां रहा है कि ये दिल्ली व हरियाणा में भी आए थे। 
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी

अंकित ने पूछताछ में बताया कि वह दो से सात जून तक कच्छ में रूके थे। यहां पर प्रियव्रत उर्फ फौजी बिना मास्क के घूमने लग गया था। हालांकि उसने हुलिया बदलने के लिए दाढ़ी छोटी करवा ली थी। उसकी बिना मास्क के घूमने की वजह से अंकित, दीपक मुडी और सचिन भिवानी प्रियव्रत से अलग हो गए थे और वहां भाग निकले थे। विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि कनाडा में बैठा गोल्डी बरार ने शार्प शूटरों को 28 मई को कॉल किया था। उसने अगले दिन यानि 29 मई को वारदात करने को कहा था। वारदात से डेढ़ घंटे पहले गोल्डी ने प्रियव्रत को फोन किया था और बताया था कि मूसेवाला के घर का बड़ा दरवाजा खुल गया है और कभी भी घर से बाहर जा सकता है। जब पंजाबी गायक घर से निकला तो एक इंटरनेट कॉल आई कि मूसेवाला अपने दो साथियों के साथ निकल रहा है और उसके साथ सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। सिद्धू की हत्या करने के बाद प्रियव्रत ने गोल्डी को फोन कर बताया था कि काम हो गया है। 
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी

वारदात के लिए ली थी वर्दी, बाद में भागने के लिए रख ली
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी शूटर ने पंजाब पुलिस की वर्दी सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए ली थी। इन्हें पंजाब में तीन पंजाबी युवकों ने वर्दी दी थी। आरोपियों की साजिश थी कि अगर वह सिद्धू की हत्या नहीं कर पाएंगे तो वह पुलिस की वर्दी में मूसेवाला के घर दबिश देने के बहाने जाएंगे और उसकी हत्या कर देंगे। बाद में इन्होंने वर्दी अपने साथ रखी हुई थी। इनको लगा कि अगर कभी पुलिस ने घेर लिया तो वह वर्दी पहनकर फरार होने में कामयाब हो जाएंगे। 
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार

दो दिन बाद अनजान व्यक्ति ले गया था हथियार
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि पंजाबी गायक की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल हुए हैं उन्हें दो दिन बाद एक जून को कोई अनजान व्यक्ति ले गया था। हथियार अनजान व्यक्ति को देने की पहले से प्लानिंग थी। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हथियार कहां हैं और कहां से खरीदे गए थे।