Good News: कभी कहलाता था ‘कचरा पॉइंट’, आज सबसे स्वच्छ शहर, महाराष्ट्र के पंचगनी ने कैसे बदली सूरत, जानिए

स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों की लिस्ट में पंचगनी टॉप पर है। इसे 7500 में से 6396 अंक मिले हैं। एक वक्त में पंचगनी में 21 कचरा पॉइंट थे जहां आस-पास के इलाकों का कचरा लाकर फेंका जाता था। नगरपालिका परिषद के प्रयास और यहां के निवासियों की लगन ने इस हिल स्टेशन की सूरत बदल दी है।

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पंचगनी (फोटो साभार- स्वच्छ सर्वेक्षण)

पंचगनी: महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित छोटा सा हिल स्टेशन पंचगनी जो कभी कचरा पॉइंट कहलाता था, आज देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में शुमार है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों की लिस्ट में पंचगनी टॉप पर है। इसे 7500 में से 6396 अंक मिले हैं। एक वक्त में पंचगनी में 21 कचरा पॉइंट थे जहां आस-पास के इलाकों का कचरा लाकर फेंका जाता था। नगरपालिका परिषद के प्रयास और यहां के निवासियों की लगन ने इस हिल स्टेशन की सूरत बदल दी है।

पंचगनी एक छोटा खूबसूरत हिल स्टेशन है जिसे अक्सर भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। यह महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित है। पुणे से इसकी दूरी 2 घंटे की है जबकि मुंबई से यह 5 घंटे दूर है। फिल्म अभिनेता आमिर खान ने 2005 में पंचगनी में ही किरण राव से शादी की थी।

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एक वक्त थे 21 कचरा पॉइंट

इस छोटे से कस्बे ने खुद को सफलतापूर्वक डंपिंग ग्राउंड को एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण में बदल दिया। यह पंचगनी की स्वच्छता कहानी में एक प्रमुख मोड़ था। एक वक्त पर पंचगनी में 21 कचरा पॉइंट थे, नगरपालिका परिषद की ओर से सबसे पहले इसे खत्म किया गया। जब लोगों के लिए कचरा फेंकने की कोई जगह नहीं बची तो उन्होंने खुद से वेस्ट मैनेजमेंट शुरू किया।

लैंडफिल साइट को सुंदर बगीचे में बदला
पंचगनी नगर पालिका परिषद ने सिद्धांत अपनाया कि अगर लोगों ने कचरे का पृथक्करण नहीं किया तो वह उसे इकट्ठा नहीं करेंगे। आज यह कस्बा अपने गीले कचरे से बिजली और सूखे कचरे से खाद बना रहा है। 2018 में पंचगनी को वेस्ट जोन के सबसे स्वच्छ शहर का तमगा मिला था। उसके बाद से शहर की स्थिति में काफी बदलाव आया। आज, एक लैंडफिल साइट (डंपिंग ग्राउंड) को एक सुंदर बगीचे में बदल दिया गया है।

पूरी तरह से कचरा मुक्त है पंचगनी
पंचगनी के निवासियों ने महसूस किया कि सफल वेस्ट मैनेजमेंट की चाबी पृथक्करण में है। इसके बाद से यहां के लोग कचरे के 100 फीसदी पृथक्करण का पालन कर रहे हैं। इसमें सूखे कचरे को आगे सात अलग-अलग कैटिगरी में बांटा जाता है।

प्लास्टिक का इस्तेमाल सड़कों और भट्ठी के तेल के निर्माण के लिए किया जा रहा है। अब पंचगनी पूरी तरह से कूड़ा मुक्त है। यहां सड़क पर कचरा फेंकने वालों के साथ निपटान से पहले कचरे का पृथक्करण न करने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है।