Pond man Ramveer Tanwar: रामवीर तंवर उस पीढ़ी के हैं जो गांवों के तालाबों, पोखरों और झीलों में खेल-कूदकर बड़ी हुई है। लेकिन जब रामवीर तंवर ने देखा कि उनके बचपन के तालाब अब सूखकर बर्बाद हो चुके हैं तो उनसे रहा नहीं गया। इसके बाद उन्होंने इनमें पानी लौटाने का फैसला किया और एक अभियान शुरू किया।
नोएडा: एक समय था जब हर गांव का एक तालाब होता था। यह तालाब ग्रामीण जनजीवन, उसकी परंपराओं का अटूट हिस्सा होता था। धीरे-धीरे ये तालाब मिटने लगे। उन्हें पाटकर उनपर घर बनाए जाने लगे, कहीं-कहीं उन्हें सामूहिक कूडे़दान का रूप दे दिया गया। ग्रेटर नोएडा के डाढा गांव के रामवीर तंवर (Pond man Ramveer Tanwar) का बचपन इन्हीं तालाबों के किनारे बीता था। जब बचपन के साथी यों दम तोड़ने लगे तो उन्होंने तालाबों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठा लिया। पिछले सात साल में उन्होंने 40 तालाबों में फिर से पानी लौटाया है। इनमें उनके अपने गांव और जिले के ही नहीं दूसरे प्रदेशों के भी तालाब शामिल हैं। उनकी इस उपलब्धि से प्रभावित होकर पीएम नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) ने 24 अक्टूबर 2021 को ‘मन की बात’ में उनकी तारीफ की। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी रामवीर को सम्मानित किया है।
रामवीर तंवर ‘पॉन्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से भी मशहूर हैं। वह कहते हैं कि जब बचपन में अपने गांव की झील, तालाबों और नदियों में नहाने जाते थे, तो बहुत अच्छा लगता था। लेकिन अब ये सभी चीजे धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं।