यौन अपराध की शिकार इन पीड़ितों को सरकार ने हरेक जिले में वन स्टॉप सेंटर बनाया है। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना में अदालत के समक्ष शपथपत्र दायर किया है।
दुर्भाग्य से हमारे समाज में यौन अपराध की शिकार, विशेष रूप से दुष्कर्म पीड़ित के साथ अपराधी से भी बुरा व्यवहार किया जाता है। पीड़ित निर्दोष होती है और उसके साथ जबरन यौन शोषण किया जाता है। समाज पीड़ित के साथ सहानुभूति रखने के बजाय उसके साथ अछूत जैसा व्यवहार करना शुरू कर देता है। यौन अपराध की शिकार इन पीड़ितों को सरकार ने हरेक जिले में वन स्टॉप सेंटर बनाया है। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना में अदालत के समक्ष शपथपत्र दायर किया है। शीर्ष अदालत के आदेशों की अनुपालना में हाईकोर्ट ने जनहित याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट के समय-समय पर पारित आदेशों की अनुपालना करते हुए सरकार ने यह पहल की है। सुप्रीम कोर्ट ने भारत के सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों में वन स्टॉप सेंटर स्थापित करने के आदेश दिए थे