सोलन में कोरोना कर्फ्यू इस लिए लगाया गया है ताकि सभी जिला वासी सुरक्षित रहें और कोरोना उन्हें छू भी न पाए | लेकिन इस कर्फ्यू से नागरिकों को सुरक्षा तो मिल रही है लेकिन आर्थिक संकट सभी पर अब मंडराने लगा है | आमदनी बिलकुल खत्म हो चुकी है | बिजली ,पानी, टेलीफोन और कूड़े के बिल बददसतूर जारी है | यही वजह है कि शहर वासियों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही हैं | शहर वासियों की माने तो वह वैचारिक रूप से सरकार के साथ है और उनके हर फैसले का स्वागत कर रहे हैं लेकिन वह चाहते है कि सरकार संकट के इस समय में उन्हें कुछ सहायता प्रदान करे |
शहर वासियों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार ने पहले 10 दिनों का लॉकडाउन लगाया फिर उसे बढ़ा दिया वह इस फैंसले को स्वागत करते है | यह फैंसला लेना आवश्यक था क्योंकि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बहुत अधिक फ़ैल रहा है उसकी चेन को तोड़ना अतिआवश्यक है | लेकिन लॉकडाउन की वजह से एक दूसरी समस्या आर्थिक अस्थिरता भी खड़ी हो गई है | जिसकी वजह से जहाँ लोग मानसिक रूप से भी परेशान हो रहे है | ऐसे में सरकार कोई चाहिए कि वह किसी भी तरह उन्हें राहत प्रदान करें उन्हें बिजली , पानी के के बिलों में कुछ छूट प्रदान करे | उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी लोग बेहद परेशान है और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं | अब उन्हें प्रदेश सरकार से ही कुछ आस है |