पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने दो आईएएस अधिकारियों के खिलाफ वायरल हो रहे पत्र की जांच की मांग उठाई है। मंगलवार को मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ समय से सीएम कार्यालय सवालों के घेरे में है। अधिकारियों की तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं।
अब एक गुमनाम पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दो आईएएस अधिकारियों द्वारा करोड़ों का भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पत्र किसने लिखा है, लेकिन जिस प्रकार से सीएम कार्यालय और आईएएस अधिकारियों पर उंगलियां उठ रही हैं, उसके चलते सीएम को चाहिए कि मामले की जांच करके स्थिति स्पष्ट करें। पहले भी ऐसे पत्र वायरल होते रहे हैं। ऐसे में मामलों में जांच जरूरी होती है। जो भी सच है उसे जनता के सामने लाया जाना चाहिए।
बता दें कि इन दिनों एक पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसे प्रधानमंत्री के नाम लिखा गया है। लिखने वाले ने अपना नाम-पता तो नहीं लिखा। लेकिन इतना जरूर बताया है कि वो सचिवालय में ही तैनात है। दो आईएएस अधिकारियों के इसमें नाम लिखे गए हैं। उनपर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
एक महिला आईएएस अधिकारी के साथ नाइंसाफी की बातें भी कही गई हैं। बता दें कि पहले भी सचिवालय में इस प्रकार की बातें सामने आई थी कि दो अधिकारियों में जमकर बहस बाजी हुई थी। उस मामले के बाद अब यह पत्र वायरल हुआ है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी पर भ्र्ष्टाचार के आरोपो का बेनामी पत्र इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है सीएम कार्यालय के ही एक कर्मचारी ने ये पत्र प्रधानमंत्री को लिखा गया है। जिसमें करोड़ों के पैसे के लेन देन के आरोप लगाए गए है। इसकी जांच केंद्रीय जांच एजेंसियों से करवाने की मांग की गई है। वहीं इसको लेकर विपक्ष भी मुखर हो गया है और मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच करवाने की मांग की जा रही है।