आतंकवाद के नाम पर बॉर्डर इलाकों को बदनाम न करे सरकार : मुकेश अग्निहोत्री

 नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया जयराम ठाकुर आतंकवाद व खालिस्तान के नाम पर ऊना, हरोली के बॉर्डर इलाकों को बदनाम न करें। उन्होंने कहा कि बॉर्डर के साथ लगते ऊना व हरोली के लोग उतने ही देशभक्त व हिमाचल प्रेमी हैं जितने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें करके गलत संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसी भाषा के लिए माफी मांगनी चाहिए। मंगलवार को जारी प्रैस बयान में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विवादित झंडे व दीवारों पर लिखने की विधानसभा की घटना पर कार्रवाई नहीं कर पाए हैं, दोषियों को पकड़ नहीं पाए हैं। पुलिस का यह फेल तंत्र है, सरकार की विफलता है कि विधानसभा के मंदिर में इस प्रकार की घटना हो गई और 4 दिन के बाद भी सरकार के हाथ खाली हैं। उन्होंने कहा कि इस पर तुरंत कार्रवाई हो सख्त कार्रवाई हो जो भी दोषी हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। किसी भी समुदाय को बदनाम करने का प्रयास नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक टी-शर्ट को लेकर बात है तो प्रदेश सरकार ने कोई टी-शर्ट फोटो लगी वैन करनी है तो इसके आदेश सरकार दे।

आतंकवाद को कभी भी सिर उठाने नहीं दिया जाएगा
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला सदैव कांग्रेस में कड़ाई से किया है। पूर्व प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री तक की शहादत हुई है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध सख्त नीति चाहिए और आतंकवाद के विरुद्ध हर सख्त कदम का समर्थन करते हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिस प्रकार से हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती का घोटाला हुआ है, इस पर से ध्यान बांटने के लिए अन्य मुद्दों की तरफ ट्विस्ट नहीं किया जाना चाहिए, हर बात को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा व षड्यंत्र हुआ है और करोड़ों रुपए में यह घोटाला पहुंच गया है, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। 

घटनाएं होने के बाद जागती है और फिर सो जाती है पुलिस 
उन्होंने कहा कि घटनाएं होने के बाद पुलिस जागती है और फिर सो जाती है। उन्होंने कहा कि विदेश से लगातार माहौल खराब करने के प्रयास हो रहे हैं। सरकार को चाहिए कि उस देश के साथ संधि का इस्तेमाल करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करे। राष्ट्र की एकता व अखंडता, हिमाचल की एकता और अखंडता के लिए हम हर समय कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस बात का ध्यान रखें कि ऐसे विषयों पर किसी भी समुदाय या बॉर्डर के जिलों को बदनाम करने का प्रयास सहन नहीं किया जाएगा।