केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में ग्वालियर में हुई तोड़फोड़ और आगजनी को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में चार एफआईआर दर्ज की गई है।
ग्वालियर में गुरुवार को गोला का मंदिर चौराहे से छात्रों ने आंदोलन शुरू किया और मेला रोड़, बिरला नगर रेलवे स्टेशन तक जमकर तोड़फोड़ हुई। उपद्रवियों ने ट्रेन के यात्रियों को भी निशाना बनाया। रेलकर्मियों तक को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पुलिस को हालात पर काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। अग्निपथ योजना के तहत केंद्र सरकार ने चार साल के लिए युवाओं को सेना में भर्ती करने का फैसला किया है। इसके बाद 25% अभ्यर्थियों को कंटीन्यू किया जाएगा और शेष को एकमुश्त सेवा राशि देकर रिटायर किया जाएगा। इस योजना का विरोध बिहार और राजस्थान में हो रहा है। ग्वालियर-चंबल इलाके से बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होते हैं और योजना के विरोध में सब सड़क पर उतर आए हैं।
चार एफआईआर दर्ज
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आगजनी से जुड़े सवालों पर कहा कि मेरी निजी राय में सेना के मौजूदा स्वरूप में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से अग्निपथ योजना मील का पत्थर साबित होगी। उसके बारे में भ्रम फैलाने की कोशिश हो रही है। मैंने कमलनाथ जी का एक ट्वीट देखा। उन जैसों की भ्रम फैलाने की कोशिश है। भिंड, मुरैना के बच्चे कोचिंग के लिए आते हैं। उनमें बीच भ्रम फैलने की स्थिति में उन्होंने पथराव किया। टायरों में आग लगाई थी। चार एफआईआर दर्ज हुई है। दो आरपीएफ और दो पुलिस में। अभी स्थिति नियंत्रण में है। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। हल्का बलप्रयोग किया गया है।
भिंड एसपी ने की शांति की अपील
भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने भी सेना में नौकरी की तैयारी कर रहे सभी नौजवानों को संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भिंड के कई नौजवान सेना की भर्ती की तैयारी करते हैं। उन्हें अफवाहों के चक्रव्यूह में नहीं फंसना है। उन्हें कोई आपत्ति है तो वे उचित मंच पर उन्हें उठाएं। कई युवाओं ने अपनी आपत्ति से अवगत कराया है। उसका निराकरण किया जा रहा है। संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। शांतिपूर्वक अपनी बात रखें, जिससे उसका कोई नतीजा निकाला जा सके।