पाकिस्तान में बदल रही थीं सरकारें, तब नेहरू बनवा रहे थे IIT, शहबाज के पूर्व मंत्री बोले- भारत से हमारी कोई तुलना नहीं

Why Pakistan is in Crisis : पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि भारत और हमारा कोई मुकाबला ही नहीं है। वे अपनी सेना पर हमसे आठ गुना ज्यादा पैसा खर्च करते हैं। भारत का पूरी दुनिया में सम्मान होता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में सेना की भूमिका कम होनी चाहिए।

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फाइल फोटो

इस्लामाबाद : आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान ने एक साथ अपना सफर शुरू किया था। बांग्लादेश तो कई साल बाद 1971 में अस्तित्व में आया लेकिन आज 2022 में ये देश पाकिस्तान से कहीं आगे खड़े नजर आते हैं। खुद पाकिस्तानी भी इस बात को स्वीकार करते हैं। पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने शुक्रवार को खुलकर अपने देश की कमियों को स्वीकार किया और इसके पीछे के कारण समझाए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के एक नागरिक की औसत आयु पाकिस्तानी नागरिक से पांच साल ज्यादा है और दोनों की शिक्षा में भी तीन साल का फर्क है। मिफ्ताह मौजूदा शहबाज सरकार के पहले वित्त मंत्री थे जिन्हें कुछ ही दिनों बाद हटा दिया गया था।

मिफ्ताह ने कहा कि आज भारत के पास 600 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी मुद्रा भंडार है जबकि पाकिस्तान के पास 10 अरब डॉलर का भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत का सम्मान किया जाता है। 1990 तक हम भारत से आगे थे। लेकिन आज भारत सिर्फ आईटी में 150 अरब डॉलर का निर्यात कर रहा है। आज पाकिस्तान के 50 फीसदी बच्चे शिक्षा से वंचित हैं जिन्हें स्कूल जाना चाहिए था। इसके लिए हमें खुद से सवाल पूछना चाहिए।

‘कोई कुछ बोले तो खतरे में आ जाता है इस्लाम’
बांग्लादेश के पाकिस्तान से आगे होने के पीछे मिफ्ताह मुख्य कारण जनसंख्या को मानते हैं। उन्होंने कहा कि जब बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान था तो वहां जनसंख्या पश्चिमी पाकिस्तान से भी अधिक थी। लेकिन आज बांग्लादेश की जनसंख्या 15 करोड़ है और पाकिस्तान की आबादी 23 करोड़ हो चुकी है। लेकिन यहां कोई जनसंख्या की बात नहीं करता, कोई कुछ कहता है तो इस्लाम खतरे में आ जाता है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि हमें राजनीति में सेना की भूमिका को कम करना होगा।

‘यहां सियासी संकट और भारत में आईआईटी निर्माण’
बीबीसी की खबर के अनुसार मिफ्ताह ने आगे कहा, ‘आप मौलवियों से डरते हैं, वोट के लिए उनका इस्तेमाल करते हैं।’ उन्होंने कहा कि चाहें सेना हो या राजनीतिक शासन जनसंख्या मुद्दे पर किसी ने कुछ नहीं किया। आखिर जनसंख्या के मुद्दे को कौन सुलझाएगा? मिफ्ताह ने कहा कि हमारे देश में सिर्फ एक फीसदी लोगों को ही शिक्षा मिलती है। यहां ड्राइवर का बेटा सिर्फ ड्राइवर ही बनता है। गूगल, ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट जैसी तमाम कंपनियों के सीईओ भारत के हैं। जिस समय यहां सरकारें बदल रही थीं, भारत में नेहरू आईआईटी बनवा रहे थे।

भारत और कश्मीर पर दी नसीहत
पाकिस्तान इस वक्त विनाशकारी बाढ़ के दुष्प्रभाव झेल रहा है। खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान पर पहुंच चुके हैं। इस बीच भारत से व्यापारिक संबंध बहाल करने की मांग उठ रही है। मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि हमें भारत से टमाटर और प्याज लेना चाहिए। लेकिन हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि अगर हम उनसे व्यापार नहीं करेंगे तो वह कश्मीर हमें दे दें। भारत और हमारी कोई तुलना नहीं है। वे सेना पर हमसे आठ गुना ज्यादा खर्च करते हैं। भारत का आज पूरी दुनिया में सम्मान हो रहा है।