सोलन, 28 मई : हिमाचल के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर सोलन के कोठों स्थित इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी केंद्र मानव मंदिर पहुंचे। उन्होंने वहां मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए की जा रही विभिन्न गतिविधियों का जायजा लिया, और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 से आईएएमडी द्वारा इस गंभीर रोग से पीड़ित बच्चों के पुनर्वास के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित बच्चों से मिलकर राज्यपाल भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि इस गंभीर बीमारी से जो पीड़ित है, उनकी देखभाल का जिम्मा न केवल परिवार का है बल्कि पूरे समाज का यह दायित्व है। यह हम सब का दायित्व है कि हम इस तरह के मानव मंदिर में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि यह एक तरह का ‘तीर्थ’ क्षेत्र है। यहां आकर समाज में मानव कल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा मिलती है तथा जो उदाहरण आईएएमडी ने समाज के समक्ष रखा है वे प्रेरणादायक है।