कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि समाज कल्याण विभाग से छात्रा के मसले पर बात कर जांच कराएंगे। अगर कोई तकनीकी गड़बड़ी है तो इसे दुरुस्त करवाते हुए छात्रवृत्ति जारी कराएंगे।
समाज कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति में फर्जीवाड़ा सामने आया है। 11वीं में पढ़ रही छात्रा के नाम पर बीए में छात्रवृत्ति ली जा रही थी। छात्रा जब बीए में आई और छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। छात्रा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की है।
मामला आगरा कॉलेज का है। मोहिनी कुमारी ने सत्र 2022-23 में बीए में प्रवेश लिया है। छात्रवृत्ति के लिए उसने ऑनलाइन आवेदन किया। समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर जानकारी दर्ज थी कि इस छात्रा को 2017-18 सत्र में बीए की छात्रवृत्ति जारी कर दी गई थी। छात्रा का कहना है कि वर्ष 2019 में तो वह इंटरमीडिएट में थी, 2017-18 में 11वीं में। 2022 में बीए में पढ़ रही है तो 2018 में बीए की छात्रवृत्ति कैसे मिल सकती है।
कुलसचिव से मिली छात्रा
छात्रा शुक्रवार को विश्वविद्यालय में कुलसचिव से मिलने पहुंची और शिकायत की। छात्रा को इस फर्जीवाडे़ से बीए की छात्रवृत्ति नहीं मिल पा रही है। उसने मामले की जांच कराते हुए छात्रवृत्ति दिलवाने की मांग की है। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि समाज कल्याण विभाग से छात्रा के मसले पर बात कर जांच कराएंगे। अगर कोई तकनीकी गड़बड़ी है तो इसे दुरुस्त करवाते हुए छात्रवृत्ति जारी कराएंगे।