प्राचीन दुगदेश्वर शिव मंदिर कोलर में उत्सव सा माहौल था। शिवरात्रि से एक दिन पहले शिव परिवार की नई मूर्तियों की स्थापना से पहले भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि मंदिर में 70 के दशक की शिव परिवार की मूर्तियों को बदलकर नई मूर्तियों की स्थापना की जा रही है। मंदिर के महंत नागा बाबा अनमोल गिरि ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर में सभी मूर्तियां बहुत पुरानी हो चुकी थी। जिन्हे बदलने के लिए पिछले कई वर्षों से योजना बनाई जा रही थी।
गांववासियों की श्रद्धा को देखते हुए बाबा ने महाराष्ट्र के नर्मदेश्वर से मूर्तियों को उज्जैन महाकाल मंदिर में लाकर पवित्र किया। शिव परिवार के साथ नंदी की मूर्ति अलग से मंदिर के प्रांगण में स्थापित की जाएगी। शिवलिंग के अलावा मां गौरी, गणेश व कार्तिकेय की मूर्तियों शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ स्थापित किया जाएगा। पूरे सप्ताह मंदिर में भंडारों के अलावा कीर्तन व अन्य गतिविधियां आयोजित होगी। जूना अखाड़े से सम्बंधित नागा बाबा अनमोल गिरी ने कहा कि पूरे गांव की श्रद्धा का केंद्र शिव मंदिर कोलर वर्षों से नै मूर्तियों की स्थापना की बाट जोह रहा था। भोले शंकर की कृपा व गांववासियों के सहयोग से आज वह दिन आ ही गया है। गांव के सैनिकों व अन्य लोगों की भलाई के लिए शिवरात्रि की सुबह हवन का आयोजन होगा।
रविवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर ग्रामीण राजेश कुमार, राजीव, देवेंद्र, रमेश, रघुवीर, हर्ष, गौरांग, जसवंत सहित सैंकड़ों ग्रमीणों ने शोभा यात्रा में शिरकत की। शिवमंदिर कोलर से शुरू होकर शोभायात्रा सुखचैनपुर तक गई। इसके पश्चात वापिस शिव मंदिर कोलर में आकर समाप्त हुई। इस मौके पर शिव भक्तों ने धार्मिक भजनों के साथ डीजे की धुनों पर थिरकते हुए शोभायात्रा को भव्य बनाया।