हिमाचल के नाहन शहर में रविवार को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकली। शहर में जहां से भी अधिष्ठाता जगन्नाथ निकले, वहां पुष्प वर्षा की गई। रथयात्रा के गवाह हजारों लोग बने।
पारंपरिक वाद्य यंत्रों, बैंड बाजे और डीजे सहित भजनों की मनमोहक धुनों के बीच हिमाचल के नाहन शहर में रविवार को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकली। शहर में जहां से भी अधिष्ठाता जगन्नाथ निकले, वहां पुष्प वर्षा की गई। रथयात्रा के गवाह हजारों लोग बने। श्रद्धालु इस दृश्य को अपने मोबाइल और कैमरों में कैद करते रहे। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बलभद्र का भव्य मिलन देख भक्त भावविभोर हो उठे। रथयात्रा से पूर्व जगन्नाथ मंदिर में श्री विग्रहों की पूजा-अर्चना की गई।
इसके बाद भगवान पालकी में सवार होकर चौगान की ओर चल दिए। अधिष्ठाता की पालकी यात्रा शहर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए चौगान मैदान पहुंची। यहां भगवान जग्गनाथ, माता सुभद्रा और बलभद्र बारी-बारी विशाल रथ में विराजमान हुए। श्रीविग्रहों को रथ पर आरुढ़ करके 56 भोग अर्पित कर जगन्नाथ की आरती हुई। इसके बाद चौगान मैदान से भव्य रथयात्रा का आगाज हुआ। भगवान जगन्नाथ के जयकारे लगाते हुए लोगों ने नंगे पांव रथ खींचा। रथयात्रा चौगान मैदान से माल रोड, गुन्नूघाट, पक्का तालाब और कच्चा तालाब होते हुए देर शाम तक रघुनाथ मंदिर पहुंचेगी। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान नाहन में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों के लोग जगह-जगह स्वागत करते हैं। यहां परंपरा सालों से चली आ रही है।