GRAP In Delhi: इस हफ्ते दिल्ली की हवा की गुणवत्ता (Delhi Air Quality) खराब होने के संकेत नहीं है। 201 से 300 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को खराब माना जाता है।
नई दिल्ली: इस बार ग्रैप एक अक्टूबर से लागू हो रहा है। तीन दिनों के पूर्वानुमान के अनुसार, हवा अभी खराब होने वाली नहीं है। सात दिनों के आउटलुक में भी हवा के खराब होने के संकेत नहीं मिले हैं। इसके चलते ग्रैप की पाबंदियां एक अक्टूबर से नहीं लगेंगी। पूर्वानुमान में जैसे ही हवा के खराब होने के संकेत मिलेंगे, इसका पहला स्टेज लागू कर दिया जाएगा। एक्सपर्ट के अनुसार, इस समय हवाएं अच्छी चल रही हैं। बारिश का भी असर है। इसलिए हवाएं आनेवाले कुछ दिनों में सामान्य स्तर पर बनी रह सकती हैं। 10 से 15 अक्टूबर के आसपास इनके खराब होने की संभावना रहती है। इस दौरान पराली जलाने के मामले भी जोर पकड़ने लगते हैं। वहीं, दशहरे पर यदि आतिशबाजी हुई तो भी उसका असर रहेगा। सीएक्यूएम सब कमिटी के सदस्य ने बताया कि जैसे ही पूर्वानुमान में प्रदूषण के खराब स्तर पर पहुंचने के संकेत मिलेंगे, ग्रैप को लेकर सब कमिटी की रिव्यू मीटिंग होगी।
उन्होंने बताया कि ग्रैप तीन दिन के पूर्वानुमान पर लागू होगा, लेकिन इसके आउटलुक पर भी नजर रहेगी। आउटलुक के आधार पर तैयारियां शुरू हो जाएंगी। बारिश के बाद से प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ा है। आईआईटीएम पुणे के पूर्वानुमान के अनुसार, 29 और 30 सितंबर को प्रदूषण थोड़ा बढ़ेगा। लेकिन यह सामान्य स्तर पर ही बना रहेगा। एक अक्टूबर को इसमें और बढ़ोतरी होगी पर यह सामान्य रहेगा। 4 अक्टूबर से इसमें सुधार होने की संभावना है।
खराब स्टेज पर क्या होगा?
एजेंसियां क्या करेंगी
- धूल कंट्रोल करने के उपाय पूरे किए जाएं
- 500स्क्वायर मीटर साइज से बड़े निर्माण यदि दिल्ली सरकार के वेब पोर्टल में रजिस्टर्ड नहीं हैं तो वहां काम बंद होगा
- कूड़े का निस्तारण ठीक और समय पर हो
- मैकेनिकल स्वीपिंग और सड़कों पर पानी का छिड़काव
- निर्माणाधीन साइटों पर तय नियमों के हिसाब से एंटी स्मॉग गन लगी हों
- खुले में कूड़ा न जले
- जहां अधिक रहता है ट्रैफिक वहां ट्रैफिक पुलिस तैनात हो
- यदि कोई गाड़ी धुंआ छोड़ती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई करें
- बिजली के कट कम लगेंगे
- डीजल जनरेटर का इस्तेमाल नियमित बिजली सप्लाई के लिए नहीं होगा
लोग क्या करेंगे
- अपनी गाड़ियों के इंजन की ट्यूनिंग करवाएं
- टायर में पूरी हवा रखें और इसकी नियमित जांच करवाएं
- पीयूसी सर्टिफिकेट अप टु डेट रखें
- रेड लाइट पर अपनी गाड़ी के इंजन बंद करें
- कूड़े को खुले में न डालें
- यदि प्रदूषण दिखता है तो 311 ऐप, ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप आदि पर शिकायत करें