हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के जाडला गांव की रहने वाली एक दुखयारी मां ने अपने इकलौते बेटे की हत्या की आशंका जताई है. मां को शक है कि उसके बेटे का कत्ल उसके चार दोस्तों ने किया है. मां सोलन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है और अब न्याय के लिए राज्यपाल और डीजीपी के द्वार पहुंची है. इस मामले पर सोलन के एसपी वीरेंद्र शर्मा से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
जिला सोलन के धर्मपुर क्षेत्र के जाडला गांव की रहने वाली जुधया देवी न्याय के लिए दर दर भटक रही है. शिमला में राज्यपाल और डीजीपी से इंसाफ की गुहार लगाने वाली जुधया देवी ने रोते हुए बताया कि उसका 38 वर्षीय बेटा धर्म सिंह 2 मई की रात को स्कूटी पर सवार होकर शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर से निकला था.
उसी रात को करीब सवा एक बजे एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि उसका बेटा गिर गया है और उसे चोट लगी है. उस व्यक्ति ने बताया कि दिनेश उर्फ संजू निवासी निचला जाडला ने ये सूचना दी है. धर्म सिंह को अंकुश नाम का एक लडक़ा अपने किसी दोस्त के साथ अपनी गाड़ी में इलाज के लिए सुल्तानपुर स्थित निजी अस्पताल में लेकर गए हैं. पीड़ित मां ने बताया कि यहां से उसके बेटे को पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
महिला ने कहा कि उसे बताया कि उसके बेटे ने शराब पी रखी थी, जबकि उनका बेटा तो शराब नहीं पीता है, अगर शराब पी भी होगी तो उसे जबरदस्ती पिलाई गई होगी. महिला को शक है कि उसके बेटे को दिनेश, विकास, अंकुश और उनके एक दोस्त ने ही मारा होगा, क्योंकि पूरे शरीर में केवल सर पर चोट थी और कहीं पर भी चोट का कोई निशान नहीं था. मां को शक है कि उसके बेटे के सिर पर किसी हथियार से वार किया गया है, लेकिन उसे बताया गया कि वो लैंटर से नीचे गिरा है.
महिला का कहना है कि धर्मपुर पुलिस इस घटना को महज हादसा समझ कर जांच कर रही है, जबकि हत्या के तहत मामला दर्ज किया गया है. महिला को लग रहा है कि पुलिस मामले को दबाने और आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है. इस मामले पर सोलन के एसपी को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.