जब भारत में महंगी फल-सब्ज़ियों या मसालों की बात होती है, तो दिमाग़ में सबसे पहले कश्मीरी केसर ही आता है. खेतों में उगने वाला इस ‘सोने’, की क़ीमत 15000 रुपये प्रति 100 ग्राम तक हो सकती है. भारत में कुछ ऐसे आम की भी वैराइटी हैं, जिनकी क़ीमत लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकती है.
हमारे देश में महंगे मसाले, सब्ज़ियों के अलावा एक सब्ज़ी भी मिलती है जिसकी क़ीमत 30000 रुपये किलोग्राम तक हो सकती है!
गुच्छी: दुनिया का सबसे महंगा मशरूम
हिमालय की घाटियों और जंगलों में उगता है दुनिया का सबसे महंगा मशरूम और देश की सबसे महंगी सब्ज़ी, गुच्छी या स्पंज मशरूम. ये सब्ज़ी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर के बर्फ़ीले इलाकों में पाई जाती है. गुच्छी की खेती संभव नहीं है और इसे जंगलों में जाकर ही ढूंढ कर लाना पड़ता है. इसे स्थानीय भाषा में छतरी, टटमोर या डुंघरू कहा जाता है.
गुच्छी के बारे में कई कहानियां मशहूर है. स्थानीय लोगों का मानना है कि ये सब्ज़ी प्राकृतिक तरीके से बिजली की गड़गड़हाट, जंगल की आग और बर्फ़ की वजह से उगती है.
ऐसा भी कहा जाता है कि जो जंगल आग की वजह से बर्बाद हो जाते हैं, वहां ये सब्ज़ी और अच्छे से उगती है!
आसानी से नहीं मिलती गुच्छी
मार्च और मई के बीच गांव वाले गुच्छी को इकट्ठा करने के लिये जंगलों में जाते हैं. गुच्छी को ढूंढना बहुत मेहनत का काम है. ये बहुत ज़्यादा संख्या पर एक स्थान पर उग सकते हैं और फिर ऐसा भी हो सकता है कि अगले 2-3 सालों तक उस स्थान, क्षेत्र पर न उगे.
गुच्छी को इकट्ठा करने के बाद आग पर पकाया जाता है. सूखी गुच्छी का वज़न और कम हो जाता है.
गुच्छी है पोषक तत्वों की खदान
गुच्छी से कई तरह की डिशेज़, जैसे- गुच्छी पुलाव बनाई जाती है. इसमें आयरन की अधिक मात्रा, विटामिन डी, विटामिन बी और कई तरह के मिनरल्स पाये जाते हैं. इसमें लो फ़ैट और हाई ऐंटीऑक्सिडेंट्स, फ़ाइबर होते हैं. गांव कनेक्शन के मुताबिक, इस सब्ज़ी को खाने से दिल की बीमारियां नहीं होती
2021 में पहली बार इस मशरूम की खेती हुई. Indian Council of Agriculture Research की Directorate of Mushroom Research, सोलन ने गुच्छी की सफ़लतापूर्वक खेती कर ली. इससे पहले भारत में इसकी खेती नहीं हो पाती थी. अमेरिका, चीन, फ़्रांस आदि देश भी गुच्छी की खेती करते हैं.