Gujarat Assembly Election: कांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट से लड़ने के लिए बीजेपी के 35 नेताओं ने मांगा टिकट

गुजरात में 15वीं विधानसभा के चुनावों का ऐलान नवंबर की शुरुआत होने की उम्मीद की जा रही है। इसको देखते बीजेपी ने विधानसभावार निरीक्षक नियुक्त करते बेहतर उम्मीदवारों की तलाश का काम शुरू कर दिया है, ताकि 2022 के चुनाव में कांग्रेस के कीर्तिमान को तोड़ सके। पार्टी के निरीक्षकों को कई सीटों पर ढ़ेरों दावेदार मिल रहे हैं। ऐसे में स्थिति एक अनार सौ बीमार वाली हो रही है।

अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी इलेक्शन मोड में है। पार्टी की तरफ से तय किए गए निरीक्षक विधानसभा क्षेत्रों में जाकर सेंस ले रहे हैं, कि मौजूदा विधायक को रिपीट किया जाए या नहीं। या फिर जो सीट पार्टी के पास नहीं हैं जो वहां पर कौन बेहतर उम्मीदवार है। उसको मौका दिया जाएगा। बीजेपी के निरीक्षकों के लिए अरवल्ली जिले की मोडासा विधानसभा अजीबोगरीब स्थिति सामने आई है। इस सीट से 35 दावेदार सामने आए हैं। फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। 2012 और 2017 में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस सीट से कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह ठाकोर विधायक हैं। 2007 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। तब दिलीप सिंह परमार यहां पर जीते थे। तो वहीं अहमदाबाद की घाटलोडिया सीट से सिर्फ एक दावेदार सामने आया है।
आठ घंटे चली मशक्कत
बीजेपी से सभी सीटों पर सेंस लेने के लिए निरीक्षकों को भेजा है। मोडासा पहुंचे निरीक्षकों को इस मुख्यालय वाली सीट के दावेदारों का सेंस लेने में आठ घंटे मशक्कत करनी पड़ी। दिलचस्प तथ्य यह है कि दूसरी विधानसभा क्षेत्रों के नेता भी इसी सीट से लड़ना चाहते हैं। बीजेपी के जिन नेताओं ने यहां पर टिकट की मांग की है। उनमें पिछली बार के उम्मीदवार भीखु सिंह परमार, जिला पंचायत प्रमुख लाल सिंह चौहाण के आलवा संगठन से जुड़े पदाधिकारी शामिल हैं। अब देखना होगा कि इसी सीट से किसकी टिकट फाइनल होती है।

करीबी संघर्ष में जीती थी कांग्रेस
पिछले चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह ठाकोर बेहद करीबी संघर्ष के बाद सीट को बचा पाए थे और 1640 वोटों से जीते थे। बीजेपी की तरफ बड़ी संख्या दावेदारी कर रहे नेताओं को उम्मीद है कि वे इस बार यहां कमल खिल सकता है। मोडासा अरवल्ली जिले में स्थित एक कस्बा है। इस नगर का नाम राजा मालाजी भील के नाम से संबंधित है। 1466 ईसवी के दौरान वे मोडासा के शासक थे। अरवल्ली जिले का मुख्यालय मोडासा में स्थित है। 2013 में साबरकांठा से अलग होकर अरवल्ली जिला बनाया गया था।

घाटलोडिया सीट में एक दावेदार
अहमदाबाद जिले और गांधीनगर लोकसभा में आने वाली घाटलोडिया से सीट से निरीक्षकों को सिर्फ एक दावेदारी मिली है। यह सीट परंपरागत रूप से पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की रही है। अभी इस सीट से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल विधायक है। एक तरफ मोडासा में 35 दावेदार हैं तो वहीं घाटलोडिया सीट से भूपेन्द्र पटेल के अलावा किसी और ने दावेदारी नहीं की है। 2017 के चुनाव भूपेन्द्र पटेल बड़े अंतर से जीते थे और उन्होंने 72 फीसदी से ज्यादा मत हासिल किए थे। इस सीट से आम आदमी पार्टी ने विजय पटेल को उम्मीदवार बनाया है।