गुजरात के वडोदरा में एक महिला के साथ शादी को लेकर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दरअसल शादी के आठ साल बीत जाने के बाद महिला को इस बात का पता चला कि उसका पति तो खुद एक महिला ही है। इसको लेकर महिला ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
अहमदाबाद: गुजरात के वडोदरा में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक 40 वर्षीय महिला को आठ साल बाद इस बात की जानकारी पता चली कि उसका पति पहले एक महिला थी। पुलिस से मिली जानकारी में यह बात सामने आई है कि महिला के पति का लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन हुआ था। गोत्री थाने में दर्ज एफआईआर में महिला शीतल ने डॉक्टर विराज वर्धन जिसका कि पहले नाम विजयिता था, उस पर अप्राकृतिक यौन संबंध और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने दर्ज शिकायत में पति के परिवार वालों पर भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि वह नौ साल पहले एक वैवाहिक वेबसाइट के जरिए दिल्ली निवासी विराज से मिली थी। उनके दिवंगत पूर्व पति की 2011 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, उस समय उसकी 14 साल की बेटी भी थी। पुलिस का कहना है कि उन्होंने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में फरवरी 2014 में औपचारिक रूप से शादी कर ली और यहां तक कि हनीमून पर कश्मीर भी गए। हालांकि इस दौरान पति ने कई दिनों तक बहाने बनाने के साथ ही किसी तरह के फिजिकल रिलेशन नहीं बनाए। एक अधिकारी के जरिए बयान के मुताबिक जब महिला ने पति पर दबाव डाला, तो उसने दावा किया कि कुछ साल पहले रूस में उसके साथ एक दुर्घटना हो गई थी, जिसकी वजह से वह यौन संबंध बनाने में असमर्थ हो गया था।
आरोपी पति ने पत्नी को पूरी तरह स्वस्थ होने का आश्वासन दिया था। जनवरी 2020 में पति ने महिला को बताया कि वह मोटापे की सर्जरी करवाना चाहता है, जिसके लिए वह कोलकाता जा रहा है। आरोपी पति जो कि अब एक आदमी के रूप में पहचान करता है, उसने इस बारे में सच्चाई का खुलासा करते हुए बताया कि कैसे वह दूर रहने के दौरान एक सेक्स परिवर्तन की प्रक्रिया से गुजरा। लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन करवाने के बाद उसने कथित तौर पर महिला के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाला और धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो यह उसके लिए सही नहीं होगा। पुलिस निरीक्षक एम के गुर्जर ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लेकर दिल्ली से वडोदरा लाया गया है।