गुजरात जहरीली शराब कांड में पुलिस ने आरोपी जयेश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नकली और जहरीली शराब बनाने के काम में जयेश मेथेनॉल की सप्लाई का काम किया करता था। जयेश की गिरफ्तारी पीपलज से की गई है। दरअसल अब तक इस घटना में बोटाद में कुल 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
जहरीली शराब पीने से बिगड़ी थी तबीयत
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद और बोटाद में करीब 20 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। वहीं जांच में सामने आया है कि जिनकी तबीयत शराब पीने से बिगड़ी, इन लोगों ने केमिकल युक्त पदार्थ पिया था। तबीयत बिगड़ने के बाद कुछ लोगों को भावनगर रेफर किया गया था। इसके साथ ही सैंपलिंग के लिये एसएफएल गांधीनगर भेजा गया है। घटना की जांच में कुल पांच-छह लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
मरने वालों की संख्या 24 के पार
सात और लोगों की मौत के साथ गुजरात के अहमदाबाद और बोटाद जिलों में जहरीली शराब की घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार सुबह 24 पहुंच गई है। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है। भावनगर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार यादव ने बताया कि मृतकों में 15 बोटाद जिले के, जबकि 9 अहमदाबाद ग्रामीण इलाकों के थे। सरगना और मेथनॉल आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। बोटाद के पुलिस सूत्रों ने बताया कि रात भर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें 600 लीटर मेथनॉल जब्त किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद स्थित अमोस कंपनी के जयेशभबाई ने कथित तौर पर रसायन की आपूर्ति की थी, उन्होंने कहा कि उनसे एक राजू के साथ पूछताछ की जा रही है।
कांग्रेस नेता का दावा, छिपाया जा रहा मौत का आंकड़ा
बोटाद जिले के कांग्रेस नेता मनहर पटेल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि सोमवार को हुई इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या 31 है, न कि 24, जैसा कि दावा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने रोजिड गांव के सरपंच जेडी डुंगरानी के साथ चार महीने पहले अवैध शराब को लेकर चेताया था। साथ ही कहा कि मंगलवार सुबह तक बोटाद ग्रामीण क्षेत्रों, विशेष रूप से बरवाला तालुका से 47 लोगों को भावनगर जिला सरकारी अस्पताल लाया गया है।
केजरीवाल ने घटना पर उठाए सवाल
गुजरात में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों पर दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने सवाल खड़े किये हैं। केजरीवाल ने कहा है कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि महानिषेध के बाद भी कैसे यह सब हो रहा है। ऐसे लोगों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिसकी जांच की जानी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि यह जांच का विषय है कि इससे होने वाली बिक्री का पैसा कहां जा रहा है।