बैसाखी को खुशहाली और समृद्धि का पर्व माना जाता है। बैसाखी के दिन सूर्य देव मेष राशि में प्रवेश करते हैं। इसलिए इसे मेष संक्रांति भी कहा जाता है। इस पर्व से कई मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं। सिख समुदाय के लोग इस दिन को नव वर्ष के रूप में मनाते हैं। ये पर्व खासतौर पर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में धूमधाम से मनाया जाता है इसी उपलक्ष पर गुरुद्वारा सिंह सभा सपरून सोलन में भी बैसाखी पर्व मनाया गया
अधिक जानकारी देते हुए दास गुरप्रीत सिंह ने बताया की आज के दिन को सिख समुदाय खालसा पंथ के स्थापना दिवस के रूप में भी मनाता है । साथ ही उन्होंने बताया की आज ही के दिन सिखो के 10वें गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि सभी धर्म के लोग आज गुरुद्वारा सिंह साहब में बैसाखी पर्व के आयोजन में पहुंचे।