उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) शहर में साइबर ठगों (Cyber criminals) ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) के खाते से 60 लाख रुपए निकाल लिए. जालसाजों ने एनआईओएस (NIOS) से मिलती-जुलती ई-मेल आईडी का इस्तेमाल कर इस फर्जीवाड़े की वारदात को अंजाम दिया. नोएडा पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है.
तीन बार में निकाली गई 60 लाख की रकम
सेक्टर 58 के थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि नोएडा के सेक्टर 62 में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) का ऑफिस है. इसके सचिव प्रदीप कुमार मोहंती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि अज्ञात साइबर ठगों ने उनके संस्थान के बैंक खाते से तीन बार में 60 लाख रुपए की रकम निकाल ली.
एनआईओएस प्रबंधन को इसकी जानकारी 29 अप्रैल को मिली, जिसके बाद नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर ई- प्राथमिकी दर्ज कराई गई, लेकिन प्राथमिकी खारिज होने के बाद सेक्टर 58 पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई गई. उन्होंने आशंका जताई कि ठगों ने संभवत: संस्थान के मेल आईडी से मिलती-जुलती ई-मेल आईडी बनाकर इनवॉइस बैंक को भेजी और बैंक की तरफ से 60 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए.
मामले की जांच जारी
उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि 60 लाख रुपए निकालने के बाद ठग संस्थान के खाते से 20 लाख रुपए और निकालने का प्रयास कर रहे थे. बताते चलें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत 1989 में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान की स्थापना की गई थी. संस्थान पूर्व स्नातक स्तर तक विविध समूह के शिक्षार्थियों को शिक्षा प्रदान करता है. देश में इसके 23 क्षेत्रीय और चार उपकेंद्र है. साथ ही 44,00 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं. इसके अलावा कुवैत, मस्कट, नेपाल, कतर, संयुक्त अरब अमीरात में भी इसके अध्ययन केन्द्र हैं.
नोएडा में साइबर धोखाधड़ी का एक और मामला
वहीं, नोएडा में एक अन्य मामले में साइबर ठगों ने बिजली बिल जमा कराने का झांसा देकर एक व्यक्ति के खाते से दो लाख रुपए निकालने की खबर है. इस मामले को लेकर नोएडा के सेक्टर 39 के थाना प्रभारी राजीव बालियान ने बताया कि सेक्टर 41 के निवासी अनिल कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 29 मई को उनके मोबाइल फोन पर बिजली भुगतान से संबंधित एक संदेश आया था.
बालियान ने बताया कि उन्होंने बिजली विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया, जहां से उन्हें पता चला कि बिल का भुगतान किया जा चुका है. इसके बाद उन्हें एक अन्य नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि उन्होंने बिल में 10 रुपए कम जमा किए हैं. बालियान ने 10 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए. इसी दौरान, साइबर ठगों ने उनका खाता हैक कर खाते से 2,00,000 रुपये निकाल लिए.