पैर पर टैटू बनवाना पड़ा भारी, महिला पहुंची हॉस्पिटल; अब चलने में हो रही है परेशानी

डॉक्टरों ने कहा कि स्याही को उसकी त्वचा में बहुत गहराई से डाला गया था, जिससे संक्रमण हुआ (फोटो- Shyann Johanneson फेसबुक पेज)

डॉक्टरों ने कहा कि स्याही को उसकी त्वचा में बहुत गहराई से डाला गया था, जिससे संक्रमण हुआ (

Viral News: इन दिनों युवाओं पर टैटू बनवाने का जनून सिर चढ़ कर बोल रहा है. हर कोई शरीर के अलग-अलग अंगों पर टैटू बनवाने के लिए बेताब है. लेकिन इस खबर को पढ़ने के बाद आप टैटू बनवाने से पहले बेहद सावधानी बरतेंगे. दरअसल ब्रिटेन में एक महिला को अपने पैरों पर टैटू बनवाना भारी पड़ गया. इसके लिए उन्होंने हज़ारों रुपये खर्च किए, लेकिन बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. इतना ही नहीं उन्हें चलने फिरने में भी तकलीफ हो रही है.

ब्रिटिश अखबार द सन के मुताबिक 26 साल की शायन जोहानसन ने पिछले साल अप्रैल में अपनी दाहिनी जांघ पर एक आंख, घड़ी, कंपास और गुलाब के डिजाइन के साथ टैटू बनवाया था. इसके लिए उन्होंने करीब 200 पाउंड यानी 17 हज़ार रुपये खर्च किए. लेकिन टैटू बनाने वाले की गलती से शायन को तकलीफें झेलनी पड़ी. खास बात ये है कि इसी आर्टिस्ट से उन्होंने पहले भी टैटू बनवाए थे. लेकिन तब कोई परेशानी नहीं हुई थी.

सड़े हुए मांस जैसी गंध
चार बच्चों की मां शायन का कहना है कि टैटू बनवाने के कुछ ही घंटों के भीतर वो तड़प रही थी. उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत होने लगी. बार-बार वो अपने पैरों को खुजला रही थी. इतना ही नहीं टैटू से ‘सड़े हुए मांस’ जैसी गंध आने लगे. हालांकि आर्टिस्ट ने कथित तौर पर उसे सुन्न करने वाली क्रीम के इस्तेमाल के लिए दोषी ठहराया. लेकिन शायन का दावा है कि डॉक्टरों ने कहा कि स्याही को उसकी त्वचा में बहुत गहराई से डाला गया था, जिससे संक्रमण हुआ.

दर्द से तड़प रही थी
शुक्र है कि शायन का घाव तीन महीने के बाद ठीक हो गया. ब्रिटेन के वेस्ट यॉर्कशायर की रहने वाली शायन ने कहा, ‘जब टैटू पहली बार बन कर तैयार हुआ तो वो बिल्कुल सुंदर लग रहा था, ये मेरे सबसे अच्छे टैटू में से एक था, मैं इससे बहुत खुश थी. लेकिन अगले 12 घंटे के भीतर दर्द इतना तेज था कि मैं चल भी नहीं सकती थी. मैं बिस्तर पर लेट गई. ये मेरे जीवन का सबसे बुरा अनुभव था.

दो महीने बाद मिली राहत
संक्रमण से लड़ने के लिए श्यान को एंटीबायोटिक्स दी गई थीं और कहती हैं कि वह अगले 48 घंटों में बेहतर महसूस करने लगीं. लेकिन उन्हें हर तीन दिन में ड्रेसिंग बदलने के लिए अस्पताल जाना पड़ता था. डॉक्टरों ने चेतावनी दी थी कि उन्हें स्किन ग्राफ्ट की आवश्यकता हो सकती है. दो महीने के चेक-अप के बाद, उसके पैर में सुधार के लक्षण दिखाई दिए और कुछ सप्ताह बाद घाव ठीक हो गए.