ईरान में विरोध का नया चेहरा हदीस नजफी… रील्स बनाने वाली जर्नलिस्ट को कट्टरपंथियों ने दी हिजाब न पहनने की सजा!

Young Woman Journalist Killed in Iran : हदीस की बहन ने कहा, ‘वह सिर्फ 20 साल की थी। महसा अमीनी की मौत के बाद उसका दिल टूट गया था। उसने कहा था कि वह चुप नहीं रह सकती। उन्होंने उसे छह गोलियों से मार डाला।’

ईरान में 20 साल की हदीस की मौत

ईरान में 20 साल की हदीस की मौत

ईरान में हिजाब के खिलाफ जनता सड़कों पर है। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं जो विरोध प्रकट करने के लिए अपने हिजाब जला रही हैं और बाल काट रही हैं। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई में रविवार को एक 20 साल की ईरानी महिला की मौत हो गई। मौत के कुछ घंटे बाद ही हदीस नजफी अब ईरान में विरोध प्रदर्शनों का नया चेहरा बन गई हैं। पत्रकार और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली मसीह अलीनेजाद ने 25 सितंबर को हदीस की मृत्यु की पुष्टि की है। उन्होंने हदीस का एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह प्रदर्शन में शामिल होने के लिए तैयार हो रही थीं। 16 सितंबर से चल रहे प्रदर्शनों में 57 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। (फोटो : सोशल मीडिया)

 

पुलिस ने मारी छह गोलियां

पुलिस ने मारी छह गोलियां

अलीनेजाद ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह अपने बाल बांधकर कारज शहर में चल रहे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए तैयार होती दिख रही हैं। इस्लामिक रिपब्लिक के सुरक्षा बलों ने महिला के सीने, चेहरे और गर्दन पर छह गोलियां मारीं। अब ईरान का सोशल मीडिया हदीस की तस्वीरों और वीडियो से भर गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 सितंबर को सुरक्षाबलों के हमले में उनके पेट, गर्दन, सीने और हाथ में चोटें आई थीं। उन्हें घेम अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई। हदीस की बहन ने अलीनेजाद से कहा कि वह सिर्फ 20 साल की थी। महसा अमीनी के मौत से उसका दिल टूट गया था। उसने कहा था कि वह चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने उसे छह गोलियां मार दीं।’ (फोटो : सोशल मीडिया)

 

हदीस को था डांस का शौक

हदीस को था डांस का शौक

हदीस नजफी के सोशल मीडिया हैंडल्स से पता चलता है कि उन्हें डांस का शौक था। वह इंस्टाग्राम पर रील्स भी बनाती थीं। अलीनेजाद ने एक अन्य वीडियो शेयर किया है, जिसमें हदीस के परिजन उनकी कब्र पर रोते दिख रहे हैं। इस वीडियो को बड़े पैमाने पर लोग शेयर कर रहे हैं। (फोटो : सोशल मीडिया)

महसा अमीनी की मौत से शुरू हुआ प्रदर्शन

महसा अमीनी की मौत से शुरू हुआ प्रदर्शन

दुनियाभर में ईरानी महिलाएं 22 साल की महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। महसा अमीनी को सही से हिजाब न पहनने के कारण ईरान की नैतिकता पुलिस ने हिरासत में लिया था। तीन दिन बाद वह कोमा में चली गई थीं और बाद में उनकी मौत हो गई। (फोटो : सोशल मीडिया)

बाल काटना-हिजाब जलाना विरोध का प्रतीक

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बाल काटना-हिजाब जलाना विरोध का प्रतीक

ईरान में बाल काटना और हिजाब जलाना विरोध का प्रतीक बन गया है। अमीनी की मौत का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। रविवार को