मीरपुर जिला में कोविड 19 के बढते मामलों के चलते अब जिला प्रशासन ने केस फाइंडिंग को बढाने के उदेश्य से विशेष बूथ स्थापित किए है। जिन बूथों पर कोई भी व्यक्ति जाकर अपने सैंपल दे सकता है। जिला में आठ अस्पतालों एवं एक दर्जन विशेष स्थानों में स्थापित किए गए बूथों में निशुल्क जाकर सेंपलिंग करवाई जाएगी जिससे कोरोना बीमारी के मामलों का पता लगाने में आसानी होगी। हमीरपुर नगर परिषद के वार्ड नं एक हीरानगर में रेस्ट हाउस में स्थापित सैपलिंग बूथ में इच्छुक लोगों ने सैंपल करवाए है वहीं मरीजों को मौके पर ही टेस्ट की रिपोर्ट भी उपलब्ध करवाई जा रही है जिससे तुरंत कोविड 19 का पता भी लग पा रहा है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भी काम हो रहा है।
नोडल अधिकारी कवीश खन्ना ने बताया कि स्पेशल बूथ में लोगों की कोरोना सेपंलिग की जा रही है और इसके लिए काफी लोग भी पहुंच रहे है। उन्होंने बताया कि मौके पर ही कोरोना की रिपोर्ट दी जा रही है । उन्हांेने बताया कि कारेोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह कदम स्वास्थ्य विभाग ने उठाया है और इससे लोगों को भी सहूलियत मिल रही है।
गौरतलब है कि पिछले दस दिनों से हमीरपुर जिला में लगातार दर्जनों कोविड पाजीटिव के मामले सामने आ रहे है। जिसके चलते ही अब हमीरपुर जिला प्रशासन ने कोविड 19 को रोकने के िलए सार्थक पहल की है जिसके परिणाम भी अच्छे आ रहे है और लोग भी इन बूथों पर जाकर सैंपलिंग करवाने के लिए आ रहे है। कोविड-19 सैंपलिंग के लिए जिले के 8 अस्पतालों एवं स्थानों पर विशेष बूथ स्थापित किए गए हैं। इन बूथों पर सैंपल देने के लिए समय निर्धारित किया गया है तथा नोडल चिकित्सा अधिकारी तैनात किए गए हैं और कोई भी व्यक्ति निर्धारित समय अवधि में इन बूथों पर आकर कोरोना टैस्ट के लिए अपना सैंपल दे सकता है। हमीरपुर जिला में वर्तमान में 286 एक्टिव मामले है और अब तक 34 लोग कोरोना बीमारी से मौत का ग्रास बन चुंके है।