इंसान में अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो वो कहीं भी पहुंच सकता है, फिर चाहे उसकी मौजूदा स्थिति कुछ भी हो. शायद इसी ज़िद ने इंसानों को चांद, अन्य ग्रह और यहां तक की सूर्य तक भी पहुंचा दिया! एक बार फिर ये कथन तमिलनाडु के एक शख़्स ने सिद्ध कर दिखलाया है. के. सरवनन (K. Saravanan) नामक इस शख़्स ने 20 साल तक ऑटोरिक्शा चलाया और अब वो कुम्भकोणम (Kumbakonam) के पहले मेयर (Mayor) या महापौर चुने गए हैं.
ऑटोरिक्शा चालक बना कुम्भकोणम का पहला महापौर
की रिपोर्ट के अनुसार, 42 वर्षीय के सरवनन ज़िला तंजावुर, तमिलनाडु के कुम्भकोणम कॉरपोरेशन के पहले मेयर चुने गए हैं. बीते शुक्रवार को सरवनन शपथ ग्रहण समारोह में ऑटोरिक्शा से ही पहुंचे. वो लोगों को बताना चाहते थे कि महापौर बनने के बाद भी वो उन्हीं में से एक हैं. बता दें कि हाल ही में कुम्भकोणम को कॉरपोरेशन बनाया गया है.
वॉर्ड-17 से चुनाव जीत हैं के. सरवनन
मीडिया रिपोरट्स के अनुसार, 48 वॉर्ड्स में चुनाव हुए थे. डीएमके और सहयोगी दलों की 42 वॉर्ड्स से जीत हुई. के सरवनन वॉर्ड नंबर 17 से जीते. उन्हें 2,118 मतों में से 964 मत मिले. डीएमके ने मेयर पोस्ट कांग्रेस को दिया और कांग्रेस कमिटी ने सरवनन को मेयर चुना.
अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद से बात-चीत में सरवनन ने कहा, ‘मैं पार्टी का और ज़िले के वरिष्ठ नेताओं का ऋणी हूं कि उन्होंने सबसे बड़ी पोस्ट के लिए मुझे चुना. मैं डीएमके का भी शुक्रिया अदा करता हूं. मैं इस अवसर का इस्तेमाल कर लोगों की सेवा करना चाहता हूं.’
ऑटोरिक्शा चलाकर ही करते हैं गुज़ारा
साधारण परिवार से आने वाले सरवनन के घर पर उनकी पत्नी देवी और तीन बच्चे हैं. वे थुक्कमलयम (Thukkampalayam) में एक किराये के मकान में रहते हैं. बीते 20 सालों से वे ऑटोरिक्शा चलाकर ही अपना घर चल रहे हैं. उन्होंने अपनी ऑटोरिक्शा 7 साल पहले खरीदी. उनके एफ़िडेविट की मानें तो उनके पास 4.55 लाख की चल संपत्ति है और उनकी पत्नी के पास 25,000 रुपये हैं.
20 साल पहले कांग्रेस का दामन थामा
के सरवनन 20 साल पहले कांग्रेस से जुड़े. वे कुम्भकोणम के अर्बन डिस्ट्रिक्ट वायस प्रेसिडेंट रह चुके हैं. साधारम से परिवार से आते हैं सरवनन लेकिन उनके खून में ही राजनीति है. सरवनन के दादा कुम्भकोणम मुसिपाल्टी के वॉर्ड 19 के काउंसिलर रह चुके हैं.