जन्म से ही हाथ नहीं, सुन नहीं सकते… मगर हार नहीं मानी, पैर से बनाते हैं सुन्दर पेंटिंग्स

गौकरण पाटिल, एक ऐसा नाम है जिसके ज़ज्बे और हार न मानने की मिसाल कई पीढ़ियों को दी जाएगी. छत्तीसगढ़ के गौकरण जन्म से ही बिना हाथ के पैदा हुए थे. मगर ये सब उनका हौसला तोड़ने के लिए काफी नहीं था क्योंकि वह अपने पैरों से बेहद खूबसूरत पेंटिंग्स बनाते हैं. सुन पाने में भी असक्षम पाटिल ने रंगों के ज़रिये अपने जीवन की कमी को पूरा कर दिया.

उनकी कहानी को ट्विटर पर एक आईएस ऑफिसर प्रियंका शुक्ला ने शेयर किया. उन्होंने पाटिल की तारीफ करते हुए लोगों से उनकी पेंटिंग से रूबरू होने को कहा.

उन्होंने एक पेंटिंग साझा करते हुए कैप्शन में लिखा, “इस वीडियो में पेंटिंग कर रहे छत्तीसगढ़ के आर्टिस्ट गौकरण पाटिल-श्रवणबाधित हैं और इनके हाथ भी नहीं हैं. फिर भी ये अपने परिश्रम से निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. श्री पाटिल निश्चित तौर पर उन सभी के लिए बड़ी प्रेरणा हैं जो जीवन की छोटी-छोटी समस्याओं से हार मान लेते हैं.”