रूटीन टीकाकरण की इस उपलब्धि से पहले चंडीगढ़ को कोरोना टीकाकरण में भी श्रेष्ठ श्रेणी में स्थान मिल चुका है। उस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिटी ब्यूटीफुल को कोरोना टीकाकरण के परिणाम और विपरीत प्रविष्टि से बचाव के लिए किए गए कार्यों के लिए सराहा था।
महामारी के इस दौर में बच्चों के टीकाकरण अभियान को लगातार जारी रखने व दुष्प्रभाव रोकने में चंडीगढ़ को देश में अव्वल स्थान मिला है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए चंडीगढ़ को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रदेशों में सबसे ऊपर रखा है। वहीं दादरा और नगर हवेली, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। देश के सभी प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों के प्रदर्शन में उत्कृष्ट के साथ ही अच्छे प्रदर्शन वाले राज्यों को भी स्थान दिया गया है। इनमें दमन द्वीप, दिल्ली, गोवा, हरियाणा, कर्नाटक, मेघालय, उड़ीसा, पड्डुचेरी और पंजाब शामिल हैं।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. मंजीत सिंह ने बताया कि टीकाकरण निगरानी में रिपोर्टिंग, जांच और एडवर्ज इवेंट फॉलोइंग इम्युनापइजेशन का मूल्यांकन कर उसके आधार पर रैंकिंग दी जाती है। इस रैंकिंग में प्रतिकूल घटनाओं में उस राज्य के प्रदर्शन का अहम रोल है। वह तय करता है कि उस राज्य को खराब, अच्छा या उत्कृष्ट प्रदर्शन में से क्या प्रदान किया जाएगा। इन बिदुंओं के आधार पर ही चंडीगढ़ को वर्ष 2021-22 के लिए उत्कृष्ट श्रेणी प्रदान की गई है।
कोविड टीकाकरण में भी मिला था श्रेष्ठ स्थान
रूटीन टीकाकरण की इस उपलब्धि से पहले चंडीगढ़ को कोरोना टीकाकरण में भी श्रेष्ठ श्रेणी में स्थान मिल चुका है। उस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिटी ब्यूटीफुल को कोरोना टीकाकरण के परिणाम और विपरीत प्रविष्टि से बचाव के लिए किए गए कार्यों के लिए सराहा था।
स्वास्थ्य विभाग की अन्य यूनिटों की ही तरह टीकाकरण यूनिट ने भी कोरोना के दौरान बिना रुके काम जारी रखा। महामारी की चरम स्थिति में भी टीकाकरण से जुड़े कर्मचारियों ने मानकों का पालन करते हुए घर-घर जाकर बच्चों का टीकाकरण किया। नतीजतन जब देश के कई हिस्सों में रूटीन टीकाकरण लगभग बंद हो चुका था, तब चंडीगढ़ इसमें आगे बढ़ रहा था।
रूटीन टीकाकरण एक नजर में
- चंडीगढ़ ने रूटीन टीकाकरण के 90 प्रतिशत के लक्ष्य में से 88 प्रतिशत प्राप्त कर लिया है
- पोलिया के नेशनल राउंड में चंडीगढ़ की उपलब्धि 105 प्रतिशत है
- सब नेशनल राउंड, जिसमें हाई रिस्क एरिया में टीकाकरण किया जाता है, में चंडीगढ़ का परिणाम 102 प्रतिशत है
- पल्स पोलिया अभियान के तहत अब तारे जमीं पर एक के बजाय दो रात किया जा रहा है
- टीकाकरण की सफलता के लिए आउटरिच कार्यक्रम पर जोर
- कोरोना के हर घर दस्तक अभियान में रूटीन टीकाकरण को भी शामिल कर लिया गया है
- विकासनगर मौलीजागरां
- मनीमाजरा
- ईडब्ल्यूसी मौलीजागरां
- बापूधाम कॉलोनी
- मक्खन माजरा
- शास्त्रीनगर सेक्टर-26
- सेक्टर-49 डिस्पेंसरी
- पल्सौरा गांव
- नेहरु कॉलोनी सेक्टर-52
- सेक्टर-25 डिस्पेंसरी
- धनास
- साईंबाबा मंदिर सेक्टर-29
- इंदिरा कॉलोनी
टीकाकरण की टीम का प्रयास रहता है कि लाभार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। अगर टीका लगने के बाद बच्चे को कोई भी परेशानी हुई तो उसके कारणों की जांच कमेटी के विशेषज्ञ करते हैं। इसलिए अभियान में विपरीत प्रविष्टि न के बराबर है। यह पूरी टीम के प्रयास का ही परिणाम है जो चंडीगढ़ ने श्रेष्ठ श्रेणी में स्थान बनाया। डॉ. सुमन सिंह, निदेशक स्वास्थ्य